New Delhi News: लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण डिटॉक्स अंग है। यह खून साफ करने और पाचन में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन खराब जीवनशैली के कारण भारत में लिवर की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह समस्या कैंसर का रूप ले सकती है। डॉक्टर इसे बेहद घातक मानते हैं क्योंकि अक्सर इसका पता आखिरी स्टेज में चलता है।
क्यों बढ़ रहा है जानलेवा जोखिम?
सफदरजंग अस्पताल के ऑन्कोलॉजी विभाग के डॉ. मुकेश नागर ने इसके कारणों पर रोशनी डाली है। उनके मुताबिक, शराब का अधिक सेवन और अस्वास्थ्यकर भोजन इसकी मुख्य वजह हैं। क्रॉनिक हेपेटाइटिस बी और सी वायरस भी जोखिम को कई गुना बढ़ा देते हैं। लिवर में लंबे समय तक रहने वाली सूजन सिरोसिस का कारण बनती है। यही सिरोसिस आगे चलकर कैंसर में बदल जाता है। बचपन में हुआ संक्रमण खतरा 90% तक बढ़ा सकता है।
इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
डॉक्टरों के अनुसार शरीर बीमारी बढ़ने पर कुछ खास संकेत देता है। बिना कोशिश किए तेजी से वजन घटना इसका सबसे प्रमुख लक्षण है। इसके अलावा पेट में लगातार दर्द रहना भी खतरे की घंटी है। अक्सर लोग अपच और भारीपन को मामूली समझते हैं। लेकिन अगर यह समस्या बनी रहे, तो तुरंत जांच करानी चाहिए। फैटी लिवर के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
टीकाकरण और परहेज ही सुरक्षा
सही समय पर बचाव ही इस बीमारी का सबसे कारगर इलाज है। हेपेटाइटिस बी की वैक्सीन कैंसर का खतरा 95% तक कम कर देती है। हेपेटाइटिस सी की जांच भी समय पर करानी चाहिए। शराब छोड़ना या कम करना लिवर को सुरक्षित रखता है। इसके अलावा मोटापे और शुगर को नियंत्रित रखना भी जरूरी है। सही डाइट और लाइफस्टाइल से लिवर को स्वस्थ रखा जा सकता है।
