शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

Business News: साल 2025 में दुनिया पर गहराया कर्ज का संकट, अमेरिका और जापान की हालत हुई खराब

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World News: साल 2025 में वैश्विक अर्थव्यवस्था पर खतरा मंडरा रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अपनी नई रिपोर्ट में चेतावनी जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर की सरकारों पर कर्ज लगातार बढ़ रहा है। यह Business News सभी देशों के लिए चिंताजनक है। आईएमएफ ने बताया कि 2030 तक दुनिया का कुल कर्ज वैश्विक जीडीपी के बराबर हो सकता है। यह किसी भी देश की आर्थिक सेहत के लिए खतरनाक संकेत है।

जापान बना दुनिया का सबसे बड़ा कर्जदार

आईएमएफ की लिस्ट में जापान पहले नंबर पर है। जापान की अर्थव्यवस्था विकसित है, लेकिन वहां कर्ज बहुत ज्यादा है। यह कर्ज अब जापान की जीडीपी के ढाई गुना के करीब पहुंच चुका है। जापान पर कुल 1,080.1 बिलियन डॉलर का भारी कर्ज है। वहां की बुजुर्ग आबादी और स्वास्थ्य पर बढ़ता खर्च इसका मुख्य कारण है। धीमी आर्थिक गति ने भी जापान की मुश्किलें बढ़ाई हैं।

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युद्ध ने तोड़ी सूडान की कमर

इस लिस्ट में सूडान दूसरे स्थान पर मौजूद है। वहां लगातार चल रहे संघर्ष और राजनीतिक अस्थिरता ने हालात बिगाड़ दिए हैं। युद्ध के कारण सरकार पर कर्ज का बोझ तेजी से बढ़ा है। सूडान पर उसकी जीडीपी का 221.5 प्रतिशत कर्ज है। वहीं तीसरे नंबर पर सिंगापुर है। सिंगापुर आर्थिक रूप से मजबूत है, लेकिन वहां निवेश के लिए कर्ज लिया जाता है। सिंगापुर पर जीडीपी का 175.6 प्रतिशत कर्ज है।

अमेरिका और यूरोप के देशों का हाल

दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका भी कर्ज से परेशान है। सरकारी खर्च और राजनीतिक मतभेदों ने वहां कर्ज बढ़ाया है। अमेरिका पर कुल जीडीपी का 125 फीसदी कर्ज है। यह Business News में चर्चा का बड़ा विषय है। यूरोप में ग्रीस अभी भी मंदी की मार झेल रहा है। ग्रीस पर 147.7 प्रतिशत कर्ज है। वहीं इटली भी धीमी विकास दर से जूझ रहा है। इटली पर जीडीपी का 136.8 प्रतिशत कर्ज चढ़ चुका है।

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मालदीव और फ्रांस भी कर्ज के जाल में

पर्यटन पर निर्भर मालदीव की स्थिति भी खराब है। पर्यटन में गिरावट आने से देश कर्ज में डूब गया है। मालदीव के ऊपर जीडीपी का 131.8 प्रतिशत कर्ज है। फ्रांस जैसे बड़े देश भी इससे अछूते नहीं हैं। सामाजिक सुरक्षा पर भारी खर्च के कारण फ्रांस पर दबाव बढ़ा है। वहां कुल जीडीपी का 116 फीसदी कर्ज है। अफ्रीका का सेनेगल देश भी विकास परियोजनाओं के कारण कर्जदार बन गया है। सेनेगल पर 122.9 प्रतिशत कर्ज है। तेल की कीमतें गिरने से बहरीन भी 142.5 प्रतिशत कर्ज के साथ लिस्ट में शामिल है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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