Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में शनिवार को एक बस में भीषण आग लग गई। यह घटना बद्दी के भटौली कलां इलाके में दोपहर के समय घटी। आग इतनी तेजी से फैली कि पूरी बस कुछ ही मिनटों में जलकर खाक हो गई। सौभाग्य से आग लगने से पहले ही बस में सवार सभी कर्मचारी सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहे।
यह बस मनीमाजरा से उद्योगों के कर्मचारियों को लेकर बद्दी पहुंची थी। कर्मचारियों के उतरने के बाद बस को एक उद्योग के बाहर खड़ा किया गया था। तेज धूप के बीच अचानक बस से धुआं निकलना शुरू हुआ। देखते ही देखते धुएं ने आग का रूप ले लिया और पूरी बस आग की लपटों में घिर गई।
आग की लपटें इतनी भयानक थीं कि वे काफी ऊपर तक उठ रही थीं। इससे पास के उद्योगों और सड़क पर चल रहे वाहनों के लिए भी खतरा पैदा हो गया। आग की तीव्रता को देखकर सड़क पर मौजूद अन्य वाहन चालक घबरा गए। उन्होंने तुरंत अपने वाहनों को सुरक्षित दूरी पर हटा लिया।
शुरुआती जानकारी के अनुसार आग लगने का कारण बस का ओवरहीट होना बताया जा रहा है। हालांकि इसकी सटीक वजह का पता लगाने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
दमकलकर्मियों ने तुरंत आग बुझाने का काम शुरू किया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। आग ने बस को पूरी तरह से जलाकर राख कर दिया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच के बाद ही आग लगने के सही कारणों का पता चल पाएगा।
स्थानीय लोगों ने इस घटना के बाद प्रशासन से सुरक्षा इंतजामों को मजबूत करने की मांग की है। उनका कहना है कि औद्योगिक क्षेत्रों में चलने वाले वाहनों की नियमित तकनीकी जांच होनी चाहिए। इससे भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।
बताया जा रहा है कि यह बस ऊना के एक ट्रांसपोर्टर की थी। यह बस रोजाना चंडीगढ़ से बद्दी तक कर्मचारियों को लेकर आती थी। हादसे के वक्त बस में कोई भी सवार नहीं था। सभी कर्मचारी पहले ही उतर चुके थे।
इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक क्षेत्रों में वाहन सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नियमित तकनीकी जांच और रखरखाव के अभाव में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। प्रशासन को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
पुलिस ने मामले की जांच जारी रखी है। आग लगने के सही कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है। अधिकारी घटना स्थल का मुआयना कर चुके हैं और सबूत एकत्र किए हैं।
इस घटना से औद्योगिक क्षेत्रों में परिवहन सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। स्थानीय लोग चाहते हैं कि प्रशासन वाहन सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करे। इससे भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा।
