Uttar Pradesh News: एक बीएसएफ जवान ने अपने डेढ़ साल के मासूम बेटे को गोद में लेकर गंगा नदी में छलांग लगा दी। यह घटना शनिवार को बिजनौर के गंगा बैराज पुल पर घटी। मानसिक अवसाद से ग्रसित जवान ने यह कदम अपनी पत्नी की संदिग्ध मौत और दहेज उत्पीड़न के झूठे आरोपों से तंग आकर उठाया। गोताखोर लगातार दोनों की तलाश कर रहे हैं।
पुल पर पहुंचा और बिना देर किए कूद गया
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोपहर करीब डेढ़ बजे राहुल टैक्सी से पुल पर पहुंचा। उसने पहले अपनी चप्पलें और मोबाइल फोन नीचे रखा। फिर वह अपने बेटे प्रणव को सीने से लगाए पुल की रेलिंग पर चढ़ गया। टैक्सी चालक ने उसे रोकने का प्रयास किया लेकिन वह असफल रहा। राहुल बच्चे को लेकर उफनाती गंगा में कूद गया।
पत्नी की गायबी ने तोड़ दिया था
यह त्रासदी तब हुई जब पांच दिन पहले राहुल की पत्नी मनीषा भी इसी नदी में कूद गई थी। उसका अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। पुलिस का मानना है कि पत्नी के इस कदम से राहुल गहरे सदमे में था। वह इस घटना से उबर नहीं पाया और उसने भी आत्महत्या का रास्ता चुना।
दहेज के झूठे आरोपों ने बढ़ाया दबाव
मामला और भी विकट तब हो गया जब मनीषा के परिवार वालों ने राहुल पर दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज करा दिया। परिजनों का कहना है कि इन झूठे आरोपों ने राहुल को पूरी तरह से तोड़ दिया। वह इस मानसिक पीड़ा और आरोपों के बोझ को सहन नहीं कर पाया।
परिवार पहले से ही संकट में था
राहुल इन दिनों अहमदाबाद में तैनात था। वह मार्च में एक महीने की छुट्टी पर घर आया था। छुट्टी के दौरान उसे पैरालाइसिस का अटैक आया। इस वजह से उसने अपनी छुट्टी पांच महीने के लिए बढ़वा ली थी। इसी दौरान उसके और उसकी पत्नी के बीच झगड़े बढ़ने लगे थे।
तलाश जारी है पर उम्मीद कम
रामराज और कोतवाली थाने की पुलिस मोटर बोट की मदद से दोनों की तलाश कर रही है। गोताखोर भी लगातार search operation में जुटे हैं। लेकिन समय बीतने के साथ उनके सुरक्षित मिलने की उम्मीद कम होती जा रही है। यह घटना पूरे इलाके में सन्नाटा और दुख छोड़ गई है।
