Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मथुरा से लुटेरी दुल्हनों का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गुरुग्राम पुलिस ने काजल नामक एक महिला को गिरफ्तार किया है। वह अपनी बहन तमन्ना के साथ शादी के नाम पर लोगों को ठगती थी। यह गिरोह यूपी, हरियाणा और राजस्थान में सक्रिय था। पुलिस ने टेक्नोलॉजी की मदद से आखिरकार इस गिरोह को पकड़ा है।
काजल का परिवार मूल रूप से मथुरा के गोवर्धन का रहने वाला है। उसके पिता भगत सिंह, मां सरोज और भाई सूरज को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। काजल पिछले एक साल से पुलिस को चकमा दे रही थी। वह गुरुग्राम के सरस्वती एन्क्लेव में छिपी हुई थी।
दो भाइयों से की थी शादी
इस मामले में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ कि गिरोह ने एक ही परिवार के दोनों बेटों को निशाना बनाया। राजस्थान के सीकर के ताराचंद जाट के दोनों बेटों से काजल और तमन्ना ने शादी की थी। भगत सिंह ने ताराचंद को उनके दोनों बेटों के लिए अपनी दोनों बेटियों से शादी का प्रस्ताव दिया था।
शादी की तैयारियों के नाम पर भगत सिंह ने ताराचंद से 11 लाख रुपए ले लिए। 21 मई 2024 को जयपुर के खाचरियावास में दोनों जोड़ों की शादी धूमधाम से हुई। शादी के बाद दो दिन तक सब कुछ ठीक रहा। तीसरे दिन पूरा परिवार दुल्हनों के गहने और नकदी लेकर गायब हो गया।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
ताराचंद ने 26 नवंबर 2024 को सीकर के दांतारामगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई। राजस्थान पुलिस ने मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स की मदद से गिरोह के सदस्यों का पता लगाया। तमन्ना समेत परिवार के तीन सदस्य पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे। काजल गुरुग्राम में छिपी हुई थी।
गुरुग्राम पुलिस ने गली नंबर दो के एक मकान से काजल को गिरफ्तार किया। वह अंकित नाम के व्यक्ति के घर में किराए पर रह रही थी। उस पर राजस्थान के जयपुर और सीकर समेत कई जिलों में फर्जी शादी कर ठगी के मामले दर्ज हैं।
ऐसे काम करता था गिरोह
यह गिरोह उन परिवारों को निशाना बनाता था जहां शादी नहीं हो पा रही होती थी। सुंदर लड़कियों की तस्वीरें दिखाकर शादी के लिए राजी किया जाता था। शादी के बाद दुल्हन कुछ दिनों तक ससुराल में रहती थी। फिर वह गहने और नकदी लेकर फरार हो जाती थी।
गिरोह की योजना बहुत सोची-समझी होती थी। वे शादी के लिए अलग-अलग स्थानों का चयन करते थे। शादी के बाद वे पीड़ित परिवार का विश्वास जीतने की कोशिश करते थे। फिर मौका देखकर सारा कीमती सामान लेकर भाग जाते थे।
पीड़ित परिवार को हुआ नुकसान
ताराचंद के परिवार को इस घटना से भारी आर्थिक नुकसान हुआ। उन्होंने न सिर्फ 11 लाख रुपए का भुगतान किया था बल्कि शादी पर भी भारी खर्च किया था। शादी के बाद दुल्हनों के गहने और नकदी भी लेकर भागने से नुकसान और बढ़ गया।
परिवार को सामाजिक अपमान का भी सामना करना पड़ा। समाज में उनकी बड़ी इज्जत थी। इस घटना ने उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई। पुलिस ने परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है।
पुलिस जांच जारी
पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। संभव है कि इस गिरोह ने और भी लोगों को ठगा हो। पुलिस अन्य पीड़ितों से संपर्क कर रही है। गिरोह के सभी सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद ही और खुलासे हो पाएंगे।
राजस्थान और हरियाणा पुलिस मिलकर काम कर रही है। दोनों राज्यों की पुलिस ने संयुक्त रूप से इस गिरोह को पकड़ने में सफलता पाई है। अब तक की गिरफ्तारियों से बड़े स्तर पर चल रहे इस धंधे का पता चला है।
