Shimla News: हिमाचल प्रदेश में गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों की नई सूची बनाने का काम तेजी से चल रहा है। यह प्रक्रिया 15 अक्टूबर तक पूरी हो जाएगी। नई सूची तैयार होते ही पुराने बीपीएल प्रमाण पत्र स्वतः ही अमान्य हो जाएंगे। ग्रामीण विकास विभाग ने इस संबंध में स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
विभाग ने चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति सूची से नाम कटने के बाद भी बीपीएल प्रमाण पत्र का उपयोग करता पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में जारी प्रमाण पत्रों की वैधता केवल छह महीने की है। इन प्रमाण पत्रों पर यह स्पष्ट रूप से अंकित किया गया है।
नई सूची बनाने की समय सीमा
नई बीपीएल सूची बनाने की प्रक्रिया एक अप्रैल से शुरू हुई थी। इसकी समय सीमा 15 अक्टूबर निर्धारित की गई है। इस अवधि में सभी परिवारों का पुनः सत्यापन किया जा रहा है। जो परिवार नई सूची में शामिल होंगे, उन्हें नए प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे।
ग्रामीण विकास विभाग ने पुराने बीपीएल परिवारों को अस्थायी प्रमाण पत्र जारी किए थे। इनकी वैधता केवल छह महीने के लिए है। यह व्यवस्था इसलिए की गई ताकि नई सूची बनने तक लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ मिलता रहे। नई सूची तैयार होते ही ये प्रमाण पत्र स्वतः समाप्त हो जाएंगे।
ऑनलाइन पुष्टि अनिवार्य
विभाग ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे किसी भी लाभार्थी को योजना का लाभ देने से पहले उसके बीपीएल दर्जे की ऑनलाइन पुष्टि अवश्य कराएं। यह सुनिश्चित करना होगा कि परिवार वर्तमान सूची में शामिल है। इस व्यवस्था से गलत लाभ लेने की घटनाओं पर रोक लगेगी।
ग्राम सभा को यह अधिकार होगा कि वह छह महीने की अवधि में भी किसी अपात्र परिवार का नाम सूची से हटा सके। ऐसी स्थिति में उस परिवार का प्रमाण पत्र तुरंत अमान्य हो जाएगा। यदि कोई व्यक्ति अमान्य प्रमाण पत्र का उपयोग करता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जिलेवार बीपीएल कोटा
केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के लिए कुल 2,82,370 बीपीएल परिवारों का कोटा निर्धारित किया है। 30 जून 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 2,65,357 परिवार सूची में शामिल हैं। इस प्रकार अभी 17,013 परिवारों का कोटा शेष है।
कांगड़ा जिले में सबसे अधिक 57,674 परिवार बीपीएल सूची में शामिल हैं। चंबा जिले में 46,393 और मंडी जिले में 40,329 परिवार हैं। शिमला जिले में 30,133, हमीरपुर में 17,113 और बिलासपुर में 16,835 परिवार सूची में शामिल हैं। सोलन जिले में 15,864 और ऊना में 13,936 परिवार हैं।
सिरमौर जिले में 12,624, किन्नौर में 10,666 और कुल्लू में 2,278 परिवार बीपीएल सूची में दर्ज हैं। लाहौल स्पीति जिले में सबसे कम 1,512 परिवार ही सूची में शामिल हैं। नई सूची बनने के बाद इन आंकड़ों में परिवर्तन की संभावना है।
