शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

बोर्ड परीक्षा: हिमाचल में नई इंप्रूवमेंट पॉलिसी से बदलेगी शिक्षा व्यवस्था, 10वीं-12वीं के छात्र नहीं होंगे फेल

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने विद्यार्थियों के लिए बोर्ड परीक्षा में शैक्षणिक दबाव कम करने की पहल की है। बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षाओं के लिए नई इंप्रूवमेंट पॉलिसी तैयार की है। इसके तहत अब कोई छात्र फेल या कंपार्टमेंट में नहीं होगा। मार्च 2026 से लागू होने वाली इस व्यवस्था में विद्यार्थी साल में दो बार, मार्च और जुलाई में, परीक्षा दे सकेंगे। यह कदम छात्रों को बेहतर प्रदर्शन का अवसर देगा।

दो बार परीक्षा का मौका

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड मार्च में मुख्य बोर्ड परीक्षा आयोजित करेगा। यदि कोई छात्र एक या अधिक विषयों में असफल होता है, तो वह जुलाई में दोबारा परीक्षा दे सकेगा। यह दूसरी परीक्षा असफल छात्रों के लिए सुधार का मौका होगी। इसके अलावा, मार्च में पास होने वाले छात्र भी अपने अंकों को बेहतर करने के लिए जुलाई की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। यह व्यवस्था छात्रों को अधिक अवसर प्रदान करेगी।

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अगली कक्षा में प्रवेश की सुविधा

नई इंप्रूवमेंट पॉलिसी के तहत असफल छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश मिलेगा, ताकि उनकी पढ़ाई रुके नहीं। जुलाई में पूरक परीक्षा पास करने पर उनकी पढ़ाई निर्बाध जारी रहेगी। यदि कोई छात्र जुलाई की परीक्षा में असफल रहता है, तो उसे पुरानी कक्षा में ही पढ़ाई करनी होगी। यह व्यवस्था छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को सुरक्षित करने का प्रयास है। बोर्ड का यह कदम शिक्षा में लचीलापन लाएगा।

मार्च 2026 से लागू होगी पॉलिसी

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इंप्रूवमेंट पॉलिसी का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है। डॉ. मेजर विशाल शर्मा, सचिव, स्कूल शिक्षा बोर्ड, ने बताया कि सरकार की मंजूरी मिलने के बाद यह नीति मार्च 2026 से लागू होगी। इसके बाद बोर्ड वर्ष में दो बार परीक्षाएं आयोजित करेगा। यह कदम छात्रों के लिए शैक्षणिक अवसरों को बढ़ाने और तनाव कम करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।

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Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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