Kanker News: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में धर्मांतरण के मुद्दे ने रविवार को हिंसक रूप ले लिया। आमाबेड़ा क्षेत्र के ग्राम पूसा में भारी बवाल के बाद तनाव फैल गया है। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में ही करीब 6 मकानों को तहस-नहस कर दिया। इस हिंसक घटना के बाद पीड़ित परिवार अपनी जान बचाने के लिए गांव छोड़कर भागने को मजबूर हो गए। फिलहाल पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है।
बैठक में सुलह की जगह भड़की हिंसा
मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार 28 दिसंबर को ग्राम पूसा में एक बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में गांव के अन्य लोगों के साथ ईसाई समुदाय में धर्मांतरित परिवारों को भी बुलाया गया था। इसका उद्देश्य लंबे समय से चल रहे विवाद पर चर्चा करना था। ग्रामीणों ने धर्मांतरित परिवारों से अपनी मूल संस्कृति और रीति-रिवाजों में लौटने का आग्रह किया। परिवारों ने इस प्रस्ताव को पूरी तरह खारिज कर दिया। इसी बात पर बहस शुरू हुई और स्थिति बेकाबू हो गई।
पुलिस देखती रही और भीड़ ने तोड़े मकान
विवाद इतना बढ़ा कि आक्रोशित भीड़ ने हमला बोल दिया। सबसे गंभीर बात यह रही कि यह सब पुलिस के सामने हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि पुलिस मौके पर मौजूद थी, फिर भी भीड़ को रोका नहीं जा सका। उपद्रवियों ने एक के बाद एक घरों को निशाना बनाया। दरवाजे, खिड़कियां और दीवारें तोड़ दी गईं। घर का घरेलू सामान भी पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। कई मकानों की तो छतें तक क्षतिग्रस्त कर दी गईं।
दहशत में गांव, भारी पुलिस बल तैनात
हमले को देखते हुए प्रभावित परिवारों ने भागकर अपनी जान बचाई। वे अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। इस घटना में इन परिवारों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। पूसा और आसपास के गांवों में लोग डरे हुए हैं। प्रशासन ने किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया है। अधिकारी मामले पर नजर बनाए हुए हैं, लेकिन क्षेत्र में तनाव अब भी बरकरार है।
