Himachal News: हिमाचल के सराज में प्राकृतिक आपदा के 72 प्रभावितों पर FIR दर्ज होने से विवाद शुरू हो गया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इसे अमानवीय बताया। मंडी में प्रदर्शन के दौरान उन्होंने सरकार पर निशाना साधा। 30 जून 2025 की आपदा ने सराज में भारी नुकसान किया। ठाकुर ने कहा कि प्रभावितों को राहत देने के बजाय उन पर मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
सराज में आपदा और नुकसान
30 जून 2025 को सराज, नाचन, करसोग और धर्मपुर में आपदा ने तबाही मचाई। करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू केवल हेलीपैड पर फोटो खिंचवाकर चले गए। प्रभावितों को पर्याप्त राहत नहीं मिली। सरकार ने केवल दो करोड़ रुपये दिए। स्थानीय लोगों को उनके नुकसान की भरपाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं दिखा।
केंद्रीय मंत्री के दौरे के बाद हरकत
जयराम ठाकुर ने बताया कि केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के दौरे के बाद ही मुख्यमंत्री सराज पहुंचे। यह कदम उनकी आलोचना से बचने के लिए था। फिर भी, सरकार ने प्रभावितों को सिर्फ दो करोड़ रुपये दिए। इसके उलट, बागवानी कॉलेज को दूसरी विधानसभा में स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया। यह निर्णय स्थानीय लोगों को रास नहीं आया।
लोगों की शिकायत पर धमकी
स्थानीय लोग बागवानी कॉलेज के स्थानांतरण का विरोध करना चाहते थे। उन्होंने संबंधित मंत्री से बात करने की कोशिश की। ठाकुर ने आरोप लगाया कि मंत्री ने लोगों को धमकाया। इसके बाद 72 लोगों पर FIR दर्ज की गई। इनमें से चार पर तिरंगे के अपमान का आरोप भी है। ठाकुर ने इसे सरकार की दुर्भावना बताया। प्रभावितों को राहत के बजाय परेशानी दी जा रही है।
प्रभावितों की प्रताड़ना
जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा प्रभावितों को राहत देने के बजाय थाने बुलाया जा रहा है। उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है। कई प्रभावितों के घरों में छत तक नहीं है। फिर भी, सरकार ने उन पर मामले दर्ज किए। ठाकुर ने इसे अन्यायपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि पहले कभी आपदा के बाद कोई संस्थान स्थानांतरित नहीं हुआ।
आंदोलन की चेतावनी
मंडी में प्रदर्शन के दौरान जयराम ठाकुर के साथ श्रीकांत शर्मा और राजीव बिंदल शामिल हुए। उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया। ठाकुर ने चेतावनी दी कि अगर FIR वापस नहीं ली गईं, तो आंदोलन तेज होगा। उन्होंने सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाया। उनका कहना था कि यह कार्रवाई सिर्फ इसलिए की गई क्योंकि वह विपक्ष के नेता हैं।
सरकार पर दुर्भावना का आरोप
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार का रवैया अमानवीय है। आपदा प्रभावितों को सहायता की जरूरत है। इसके बजाय, उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भावना से प्रेरित है। सराज के लोग पहले ही आपदा की मार झेल चुके हैं। ठाकुर ने सरकार से मांग की कि प्रभावितों पर दर्ज मामले तुरंत वापस लिए जाएं।
