हिमाचल प्रदेश न्यूज, एजेंसी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में भाजपा कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाएगी। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भाजपा विधायकों से पूछा कि भाजपा किस-किस तरह की रणनीति को अपनाएगी।
मंडल स्तर पर हस्ताक्षर अभियान करने और रोष रैलियां बनाने की भी रणनीति बनाई गई। जिला स्तर पर आगामी दिनों में रोष रैलियां करने के बारे में भी मंत्रणा हुई। मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्तियों और नगर निगम शिमला के वार्डों को कम करने के सरकार के निर्णयों को कोर्ट में चुनौती देने पर भी चर्चा की गई।
सबसे राय ली गई कि इससे क्या लाभ या हानि होगी। वीरवार को भाजपा विधायक दल की बैठक नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में शुरू हुई। इसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप, भाजपा संगठन मंत्री पवन राणा, विधायक त्रिलोक जम्वाल, राकेश जम्वाल, रणधीर शर्मा, दिलीप ठाकुर, सुरेंद्र शौरी, बिक्रम ठाकुर, सुखराम चौधरी, पवन काजल, रणवीर निक्का, डी एस ठाकुर, डॉ जनक राज, रीना कश्यप, लोकिंद्र कुमार, इंद्र गांधी, दीपराज कपूर, जीत राम कटवाल, पूर्ण चंद, हंस राज, बलबीर वर्मा और अनिल शर्मा उपस्थित रहे।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विधायक दल की बैठक में आगामी रणनीति तय की गई है, क्योंकि विधानसभा सत्र आने वाला है और इस बार का विधानसभा सत्र आक्रामक रहेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता महंगाई की बात कर रहे हैं, पर उन्हें समझ नहीं आ रहा कि हिमाचल प्रदेश में महंगाई को कौन लेकर आ रहा है।
यह वही कांग्रेस के नेता हैं, जिन्होंने डीजल के ऊपर वैट को बढ़ाकर डीजल को तीन रुपये महंगा कर दिया है, क्या इससे महंगाई नहीं बढ़ी है। यह कांग्रेस की सरकार अपने वादे पूरे करने की आड़ में हिमाचल प्रदेश में महंगाई बढ़ाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने मुख्य संसदीय सचिव बनाकर जनता पर बोझ नहीं डाला। कांग्रेस के नेता अपने लोगों को एडजस्ट करने के लिए जनता के ऊपर बोझ डाल रहे हैं।