Shimla News: भाजपा प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा ने बुधवार को संजौली और कसुम्पटी ग्रामीण मंडल की संगठनात्मक बैठकों में भाग लिया। उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुए केंद्र और राज्य सरकार के कार्यों पर प्रकाश डाला। शर्मा ने कहा कि आपदा के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने हिमाचल आकर प्रभावितों से मुलाकात की। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आपदा के समय अनुपस्थित रहने का आरोप लगाया।
केंद्र सरकार की मदद पर जोर
श्रीकांत शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश को आपदा राहत के रूप में 5323 करोड़ रुपये दिए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने धर्मशाला से 1500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त घोषणा भी की है। सात केंद्रीय राज्य मंत्रियों ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रिपोर्ट तैयार की। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री हिमाचल के प्रति विशेष संवेदनशीलता दिखाते हैं। वे इस राज्य को अपना दूसरा घर मानते हैं।
राज्य सरकार पर हमला
भाजपा नेता ने राज्य सरकार पर आपदा प्रबंधन में कमी रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में मुख्यमंत्री, मंत्री और उनके समर्थक अनुपस्थित रहे। बिलासपुर में हुए दुखद बस हादसे के समय भी मुख्यमंत्री मौके पर मौजूद नहीं थे। शर्मा ने कहा कि यह राज्य सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है। जनता को समय पर राहत नहीं मिल पा रही है।
जीएसटी को लेकर दावे
भाजपा प्रदेश प्रभारी ने जीएसटी व्यवस्था की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लागू जीएसटी से कर व्यवस्था में पारदर्शिता आई है। हिमाचल के हस्तशिल्प और कुटीर उद्योगों को इससे लाभ हुआ है। चंबा रुमाल जैसी जीआई टैग वाली हस्तकला पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत हो गया है। इससे कारीगरों और खरीदारों दोनों को फायदा हुआ है। कर व्यवस्था में शोषण खत्म हुआ है।
संगठनात्मक बैठकों का महत्व
श्रीकांत शर्मा ने संजौली और कसुम्पटी ग्रामीण मंडल की बैठकों में भाग लिया। इन बैठकों में स्थानीय कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भागीदारी की। पार्टी प्रभारी ने कार्यकर्ताओं को संगठन को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने जनसंपर्क अभियान चलाने पर जोर दिया। स्थानीय मुद्दों पर चर्चा हुई और आगे की रणनीति तय की गई। कार्यकर्ताओं ने सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
राजनीतिक रणनीति पर चर्चा
बैठकों में आगामी चुनावों की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा हुई। श्रीकांत शर्मा ने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाना जरूरी है। स्थानीय नेताओं ने संगठनात्मक मुद्दों पर अपने विचार रखे। पार्टी प्रबंधन ने अगले चरण की कार्ययोजना तैयार की। इन बैठकों का उद्देश्य पार्टी संगठन को मजबूत करना था।
