Hamirpur News: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक बीजेपी विधायक को एक महिला ने ठग लिया। महिला ने अपने बच्चे के बीमार होने की झूठी कहानी सुनाई और पैसे मांगे। विधायक ने तुरंत दस हजार रुपये की सहायता राशि दे दी। बाद में पता चला कि कहानी पूरी तरह से झूठ थी और महिला ने वह पैसे एक नया मोबाइल फोन खरीदने में खर्च कर दिए।
मामला बड़सर उपमंडल का है। बीजेपी विधायक इंद्र दत्त लखनपाल को एक महिला का फोन आया। उसने फोन पर रोते हुए बताया कि उसका बेटा गंभीर रूप से बीमार है। उसे अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत है। इलाज के लिए तुरंत दस हजार रुपये चाहिए। महिला ने यह भी दावा किया कि उसके पास खुद का फोन नहीं है। वह पड़ोसी के फोन से कॉल कर रही है।
विधायक लखनपाल लोगों की मदद के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने तुरंत महिला की बात पर विश्वास कर लिया। उन्होंने बिना किसी सवाल के दस हजार रुपये की सहायता राशि दे दी। इस घटना के बाद विधायक ने मामले की जांच शुरू करवाई। तब इस झूठ का पर्दाफाश हुआ।
जांच में सामने आया कि महिला का बेटा न तो बीमार था और न ही अस्पताल में। महिला ने बड़सर बाजार के एक दुकानदार का फोन उधार लिया था। उसने उसी फोन से विधायक को फोन करके यह झूठी कहानी गढ़ी थी। उसने सहायता के नाम पर मिले पैसों से अपने लिए एक नया मोबाइल फोन खरीद लिया।
महिला के पति ने भी इस बात की पुष्टि की है। उसने बताया कि उनका बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। उन्होंने महिला के इस कृत्य की सच्चाई स्वीकार की। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर एक चर्चा शुरू कर दी है।
विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वह हमेशा जनता की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। कोरोना काल में उन्होंने घर-घर जाकर लोगों की मदद की थी। प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी वह राहत कार्यों में जुटे रहे।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं समाज में विश्वास को कमजोर करती हैं। इससे असली जरूरतमंदों को मदद मिलने में भी बाधा आती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी के साथ ऐसी धोखाधड़ी न करें।
यह घटना सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गई है। कई लोगों ने विधायक की मदद करने की भावना की सराहना की है। वहीं, कुछ लोगों ने महिला की इस हरकत की निंदा की है। इससे समाज में नैतिकता के मुद्दे पर बहस शुरू हो गई है।
स्थानीय प्रशासन ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है। महिला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। ऐसे मामले अक्सर सामने आते रहते हैं, लेकिन एक जनप्रतिनिधि के साथ ऐसी घटना ने सबका ध्यान खींचा है। यह मामला अब पुलिस जांच के दायरे में है।
