Delhi News: 7 अगस्त 2025 को दिल्ली में राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बीजेपी पर सत्ता विरोधी लहर से बचने का आरोप लगाया। महाराष्ट्र में मतदाता सूची में हेरफेर का दावा किया। चुनाव आयोग ने मशीन-रीडेबल वोटर लिस्ट देने से इनकार किया। 5:30 बजे के बाद वोटिंग में उछाल संदिग्ध बताया। हरियाणा और मध्य प्रदेश में भी नतीजे उलट होने पर सवाल उठाए।
सत्ता विरोधी लहर पर सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि सत्ता विरोधी लहर हर लोकतंत्र में होती है। बीजेपी पर इसका असर नहीं दिखता। उन्होंने इसे असामान्य बताया। हरियाणा और मध्य प्रदेश के उदाहरण दिए। ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल एक तरफ इशारा करते हैं। नतीजे बड़े अंतर से उलट आते हैं। कांग्रेस की इंटरनल पोलिंग भी यही दिखाती है। बीजेपी की जीत संदिग्ध लगती है। पारदर्शिता की मांग की।
मतदाता सूची में हेरफेर
महाराष्ट्र में 5 महीनों में 39 लाख नए मतदाता जोड़े गए। यह 5 सालों की 32 लाख की वृद्धि से ज्यादा है। कुछ क्षेत्रों में वोटर संख्या आबादी से अधिक हो गई। राहुल गांधी ने इसे चौंकाने वाला बताया। मशीन-रीडेबल वोटर लिस्ट मांगी। चुनाव आयोग ने इनकार किया। डेटा विश्लेषण के लिए यह जरूरी है। बिना डेटा के हेरफेर का शक बढ़ता है।
वोटिंग में उछाल का संदेह
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में 5:30 बजे के बाद वोटिंग में उछाल पर सवाल उठाया। कार्यकर्ताओं ने लंबी लाइनें नहीं देखीं। फिर भी वोट प्रतिशत अचानक बढ़ गया। यह असामान्य है। उन्होंने पूछा कि यह कैसे हुआ। चुनाव आयोग से जवाब मांगा। पारदर्शिता की कमी पर चिंता जताई। वोटर लिस्ट और वोटिंग डेटा की जांच जरूरी है। संदेह को दूर करना होगा।
EC पर गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर बीजेपी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया। मशीन-रीडेबल वोटर लिस्ट न देना संदिग्ध है। CCTV फुटेज नष्ट करने की योजना पर सवाल उठाया। इससे पारदर्शिता प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि आयोग सबूत छिपा रहा है। ठोस सबूत होने का दावा किया। इसे जल्द सार्वजनिक करेंगे। आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया। जवाबदेही तय करने की मांग की।
लोकसभा और विधानसभा का अंतर
महा गठबंधन ने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन विधानसभा में पूरी तरह हार गए। राहुल गांधी ने इसे अतार्किक बताया। महाराष्ट्र में गठबंधन की हार संदिग्ध है। वोटर लिस्ट में बदलाव इसका कारण हो सकता है। दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक वोटरों के नाम हटाए गए। यह लोकतंत्र के लिए खतरा है। पारदर्शी जांच की जरूरत है। डेटा साझा करने की मांग की।
जनता में बढ़ता शक
राहुल गांधी ने कहा कि जनता में शक बढ़ रहा है। बीजेपी पर सत्ता विरोधी लहर का असर नहीं होता। अप्रत्याशित जीतें मिलती हैं। एग्जिट पोल और नतीजों में बड़ा अंतर है। मीडिया माहौल बनाता है। चुनाव प्रक्रिया स्क्रिप्टेड लगती है। वन पर्सन, वन वोट सिद्धांत पर सवाल उठे। मतदाता सूची की सत्यता जरूरी है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए पारदर्शिता अनिवार्य है।
