Kangra News: एक सौ आठ एंबुलेंस की टीम ने रविवार को अद्भुत कार्य किया। उन्होंने रास्ते में ही एक गर्भवती महिला का सफल प्रसव कराया। यह घटना टांडा मेडिकल कॉलेज जाते समय रानीताल के पास घटी। महिला की तबीयत अचानक बिगड़ने पर एंबुलेंस टीम ने तत्काल प्रसव कराया।
राधा नामक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर एंबुलेंस बुलाई गई थी। उसे टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। लेकिन रास्ते में ही उसकी हालत बिगड़ गई। ईएमटी पंकज और पायलट मंदीप ने एंबुलेंस को सुरक्षित स्थान पर रोका और प्रसव कराया।
कैसे हुई घटना?
रविवार दोपहर एक बजकर छह मिनट पर एंबुलेंस कंट्रोल रूम को कॉल मिला। गीता देवी ने बताया कि राधा को प्रसव पीड़ा हो रही है। डॉक्टर ने उसे टांडा मेडिकल कॉलेज भेजने की सलाह दी थी। कॉल मिलते ही ईएमटी और पायलट मंदीप मौके पर पहुंचे।
उन्होंने राधा और उसके साथी को एंबुलेंस में बैठाया। टांडा मेडिकल कॉलेज की ओर रवाना हुए। रानीताल के पास पहुंचते ही राधा की स्थिति गंभीर हो गई। प्रसव पीड़ा असहनीय हो गई। इस पर एंबुलेंस टीम ने तुरंत निर्णय लिया।
एंबुलेंस में ही प्रसव
ईएमटी पंकज और पायलट मंदीप ने एंबुलेंस को रसूह चौक के पास रोका। उन्होंने वाहन को सुरक्षित स्थान पर साइड लगाया। इसके बाद उन्होंने मौके पर ही प्रसव प्रक्रिया शुरू की। दोपहर एक बजकर छियालीस मिनट पर राधा ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया।
जन्म लेने वाला बच्चा पुत्र था। मां और नवजात दोनों पूरी तरह सुरक्षित रहे। एंबुलेंस टीम ने दोनों की प्राथमिक देखभाल की। इसके बाद उन्हें टांडा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। वहां दोनों को स्वास्थ्य कर्मचारियों को सौंप दिया गया।
स्थानीय लोगों ने की सराहना
एंबुलेंस टीम के इस साहसिक कार्य की स्थानीय लोगों ने खूब सराहना की। लोगों ने कहा कि टीम ने मानवीय सेवा भावना का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया। उनकी तत्परता और कुशलता ने दो जिंदगियों को बचाया। यह घटना आपातकालीन सेवाओं के महत्व को रेखांकित करती है।
मां और बच्चा दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। उन्हें अस्पताल में उचित देखभाल मिल रही है। परिवार के लोग एंबुलेंस टीम के कार्य से बहुत खुश हैं। उन्होंने टीम के समय पर पहुंचने और कुशलता से काम करने की प्रशंसा की।
आपातकालीन सेवाओं का महत्व
यह घटना एक सौ आठ एंबुलेंस सेवा के महत्व को दर्शाती है। आपातकालीन स्थिति में यह सेवा लोगों के काम आती है। प्रशिक्षित ईएमटी कर्मी जरूरतमंदों को तत्काल सहायता प्रदान करते हैं। इस मामले में टीम की कुशलता ने जच्चा-बच्चा की जान बचाई।
एंबुलेंस टीम ने बताया कि उन्हें ऐसी स्थितियों का प्रशिक्षण दिया जाता है। वे आपातकालीन चिकित्सा सहायता प्रदान करने में सक्षम हैं। इस मामले में उनके प्रशिक्षण और अनुभव ने काम आया। उन्होंने बिना किसी चिकित्सकीय सुविधा के सफल प्रसव कराया।
