शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

विधेयक विवाद: संसद से पारित नई ग्रामीण रोजगार योजना को लेकर भाजपा और विपक्ष में टकराव

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National News: संसद से एक नया ग्रामीण रोजगार विधेयक पारित हो गया है। इसके बाद भाजपा और विपक्षी दलों के बीच तीखी बहस छिड़ गई है। विपक्ष आरोप लगा रहा है कि सरकार ग्रामीण रोजगार गारंटी को खत्म करना चाहती है। वहीं भाजपा नेताओं का दावा है कि नया विधेयक यूपीए की प्रमुख योजना मनरेगा की जगह लेगा।

विपक्ष के अनुसार यह मुद्दा आगामी चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में प्रभावी साबित हो सकता है। कांग्रेस ने इसके खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों की घोषणा की है। लोकसभा में इस विधेयक पर हुई बहस के दौरान कांग्रेस सांसदों ने हंगामा किया और कागजात फाड़े।

विपक्ष के आरोप और संसद में हंगामा

विपक्षीदलों का आरोप है कि नया विधेयक मनरेगा योजना को कमजोर करने का प्रयास है। उन्होंने योजना से महात्मा गांधी का नाम हटाने का भी विरोध किया। लोकसभा में कांग्रेस सांसद सदन के वेल में घुस गए। उन्होंने विधेयक के कागजात फाड़ दिए और हवा में उछाल दिए। इससे सदन में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सदन के बाहर पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा कि नई योजना धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी। उनका तर्क था कि राज्य सरकारों के पास इसके लिए पर्याप्त पैसा नहीं होगा। खासकर उन राज्यों के पास जिन्हें इसकी सबसे अधिक जरूरत है।

सरकार का पक्ष और शिवराज का बयान

केंद्रीय कृषिमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में बोलते हुए विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने नए विधेयक को गरीबों के लिए एक बेहतर योजना बताया। उनका कहना था कि यह योजना भ्रष्टाचार मुक्त और अधिक प्रभावी होगी। उन्होंने इसे भाजपा के बड़े विचार के रूप में पेश किया।

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शिवराज सिंह चौहान ने प्रियंका गांधी वाड्रा के बयानों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ने महात्मा गांधी का नाम चुराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ही नामों के प्रति जुनूनी है। उनका कहना था कि मोदी सरकार काम के प्रति जुनूनी है न कि नामों के प्रति।

वायु प्रदूषण पर चर्चा रद्द होने के कारण

लोकसभामें वायु प्रदूषण पर होने वाली चर्चा इस हंगामे के कारण नहीं हो पाई। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार की इस मुद्दे पर चर्चा करने की इच्छा नहीं थी। सरकार ने कहा कि वह चर्चा के लिए तैयार थी। लेकिन विपक्ष द्वारा बनाए गए हंगामे के कारण चर्चा आगे नहीं बढ़ पाई।

कुछ विपक्षी नेताओं ने माना कि वे रोजगार विधेयक के तुरंत बाद प्रदूषण पर चर्चा करने के इच्छुक नहीं थे। एक कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रदूषण मुख्य रूप से दिल्ली से जुड़ा मुद्दा है। उन्हें डर था कि इससे रोजगार के मुद्दे का महत्व कम हो जाता।

राजनीतिक महत्व और भविष्य की रणनीति

विपक्ष केएक वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्हें भाजपा के खिलाफ एक धारदार हथियार मिल गया है। यह मुद्दा गांवों और महिलाओं से समर्थन दिला सकता है। वोट चोरी अभियान के उलट इसका लोगों की जिंदगी से सीधा संबंध है। विपक्ष नहीं चाहता था कि यह मुद्दा किसी भी कीमत पर कमजोर पड़े।

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कांग्रेस कार्य समिति सत्ताईस दिसंबर को बैठक कर रही है। इस बैठक में सरकार के इस कदम के खिलाफ एक व्यापक विरोध योजना बनाई जाएगी। विपक्षी दल देश भर में बड़े विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं। यह मुद्दा आने वाले चुनावों में एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा बन सकता है।

भाजपा सांसद का दृष्टिकोण

एक भाजपासांसद ने कहा कि मनरेगा को खत्म करना कांग्रेस की विरासत को कमजोर करने का प्रयास है। उनका मानना है कि यह योजना गांधी परिवार को बहुत अधिक राजनीतिक पूंजी दिलाती रही है। दो हजार नौ के चुनाव में कांग्रेस की जीत का श्रेय भी इसी योजना को दिया जाता है।

भाजपा की कोशिश है कि इस लोकप्रिय योजना में सुधार कर उस पर अपनी मुहर लगाई जाए। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते पार्टी को यह कदम उठाना पड़ा। नई योजना को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने का दावा किया जा रहा है। आने वाले समय में इसका क्रियान्वयन देखना महत्वपूर्ण होगा।

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