Himachal Pradesh News: बिलासपुर पुलिस ने जिले में चिट्टे की आपूर्ति करने वाले मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया है। आरोपी को एसएएस नगर मोहाली से पकड़ा गया। इस गिरफ्तारी से जिले में नशीले पदार्थों की आपूर्ति करने वाले अन्य लोगों के पकड़े जाने की संभावना बढ़ गई है। पुलिस का मानना है कि यह सफलता बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश कर सकती है।
घुमारवीं पुलिस ने पनोह-हरलोग सड़क पर नाकाबंदी के दौरान दो मोटरसाइकिल सवारों को पकड़ा था। उनके पास 57.3 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ था। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में इस नशीले पदार्थ की आपूर्ति का मुख्य स्रोत बताया। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने मोहाली में छापेमारी की।
आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी
पुलिस ने पहले चरण में 30 वर्षीय आशीष ठाकुर उर्फ हैप्पी को गिरफ्तार किया। वह जोल पलाखी डाकघर कुठेड़ा तहसील घुमारवीं का निवासी है। दूसरे आरोपी पाल सिंह की उम्र भी 30 वर्ष है। वह चलग डाकघर भुलस्वाय तहसील घुमारवीं का रहने वाला है।
दोनों आरोपियों ने पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चिट्टा भूपिंद्र सिंह से प्राप्त करते हैं। भूपिंद्र सिंह बोगीवाला डाकघर पिंडी तहसील गुरहरसहाय जिला फिरोजपुर का निवासी है। यह जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने भूपिंद्र सिंह की तलाश शुरू की।
मोहाली से हुई मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी
जांच में पता चला कि मुख्य आरोपी भूपिंद्र सिंह एसएएस नगर मोहाली में एक फ्लैट में रह रहा है। पुलिस ने वहां जाल बिछाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। बिलासपुर पुलिस की यह कार्रवाई काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। आरोपी के मोहाली में रहने का पता चलना भी एक बड़ी सफलता है।
पुलिस का मानना है कि भूपिंद्र सिंह बिलासपुर जिले में चिट्टे का मुख्य आपूर्तिकर्ता था। उसके गिरफ्तार होने से जिले में नशीले पदार्थों की आपूर्ति श्रृंखला पर बड़ा प्रहार होगा। इससे अन्य छोटे आपूर्तिकर्ताओं के बारे में भी जानकारी मिलने की उम्मीद है।
पुलिस अधीक्षक ने की पुष्टि
बिलासपुर के एसपी संदीप धवल ने इस मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद ही आगे की कार्रवाई के बारे में बताया जा सकेगा। अभी तक की गई जांच से पता चला है कि आरोपी ही जिले में चिट्टे का प्रमुख सप्लायर था।
पुलिस इस मामले में गहन जांच कर रही है। आरोपी के संपर्कों और नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है। पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से नशीले पदार्थों के व्यापार में लिप्त अन्य लोग भी पकड़ में आएंगे। यह मामला राज्य में नशा मुक्ति अभियान की एक बड़ी सफलता है।
