Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 6 अगस्त, 2025 को एनटीपीसी सीपत प्लांट में हादसा हुआ। यूनिट-5 में मेंटेनेंस के दौरान प्री-एयर हीटर प्लेटफॉर्म गिर गया। एक मजदूर की मौत हो गई। चार अन्य गंभीर रूप से घायल हुए। पुलिस और प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। घायलों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे की जांच शुरू हो गई है। मजदूरों के परिजनों ने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया।
हादसे का विवरण और कारण
एनटीपीसी सीपत के यूनिट-5 में देर रात मेंटेनेंस का काम चल रहा था। प्री-एयर हीटर प्लेटफॉर्म अचानक ढह गया। पांच मजदूर इसके नीचे दब गए। अन्य मजदूरों ने मलबा हटाया। श्याम साहू (27) की मौत हो गई। चार घायल मजदूरों को अस्पताल भेजा गया। एक मजदूर की हालत गंभीर है। हादसे का कारण स्पष्ट नहीं है। पुलिस और एनटीपीसी जांच कर रहे हैं।
घायलों का अस्पताल में इलाज
घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। दो मजदूरों को सीआईएमएस रेफर किया गया। एक की रास्ते में मौत हो गई। तीन मजदूरों का इलाज एनटीपीसी के अस्पताल में चल रहा है। एक मजदूर अपोलो अस्पताल में भर्ती है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। प्रशासन ने घायलों के लिए मेडिकल सुविधाएं सुनिश्चित कीं। परिजनों ने बेहतर इलाज की मांग की। हादसे ने सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाए।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
हादसे की सूचना मिलते ही सीपत पुलिस मौके पर पहुंची। डीएसपी सिद्धार्थ बघेल ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। पुलिस ने हादसे की जांच शुरू की। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, प्लेटफॉर्म की संरचना कमजोर थी। एनटीपीसी प्रबंधन ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद विस्तृत जानकारी दी जाएगी। बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने एक मौत और चार घायलों की पुष्टि की।
मजदूरों के परिजनों का गुस्सा
हादसे के बाद मजदूरों के परिजन एनटीपीसी गेट पर जमा हुए। उन्होंने प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों ने गेट के बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि प्रबंधन जानकारी नहीं दे रहा। कई परिजनों को प्लांट के अंदर जाने से रोका गया। कुछ ने सड़क पर चक्काजाम किया। स्थानीय लोग और मजदूर संगठनों ने मुआवजे की मांग की। माहौल तनावपूर्ण रहा।
एनटीपीसी प्रबंधन का बयान
एनटीपीसी प्रबंधन ने हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि पांच मजदूर घायल हुए। सभी को तुरंत इलाज दिया गया। जांच शुरू कर दी गई है। एक अधिकारी ने बताया कि तीन मजदूरों की हालत स्थिर है। एक मजदूर अपोलो में भर्ती है। मृतक के परिवार को सहायता देने की बात कही। प्रबंधन ने लापरवाही के आरोपों का खंडन किया। जांच पूरी होने का इंतजार है।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
एनटीपीसी में पहले भी हादसे हुए हैं। 2021 में सीपत प्लांट में बॉयलर लीकेज से ब्लास्ट हुआ। पेंटहाउस की छत उड़ गई थी। कोई हताहत नहीं हुआ। 2014 में कोरबा एनटीपीसी में पाइप फटने से 8 कर्मचारी झुलस गए। ये हादसे सुरक्षा मानकों की कमी दर्शाते हैं। मजदूर संगठनों ने सख्त नियमों की मांग की। बिलासपुर प्लांट में सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
जांच और मुआवजे की मांग
हादसे की वजह जानने के लिए जांच शुरू हुई। मजदूर संगठनों ने लापरवाही की जांच की मांग की। परिजनों ने मृतक के लिए मुआवजा मांगा। स्थानीय लोगों ने प्लांट में सुरक्षा सुधार की मांग की। पुलिस ने कहा कि जांच में हर पहलू देखा जाएगा। एनटीपीसी ने मुआवजा और सहायता का भरोसा दिया। हादसे ने औद्योगिक सुरक्षा पर सवाल उठाए। जांच के नतीजे जल्द आने की उम्मीद है।
