Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में एक शराब ठेके को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है। घुमारवीं उपमंडल के ग्लासी गांव में ग्रामीणों ने ठेकेदार पर नकली अधिकारी भेजकर उन्हें डराने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि यह ठेका मंदिर के निकट खोला गया है जो नियमों के खिलाफ है।
ग्रामीणों ने उठाए सवाल
स्थानीय निवासियों ने बताया कि ठेका एक मंदिर के बहुत करीब स्थित है। इस कारण से ग्रामीण लगातार इसका विरोध कर रहे थे। विरोध के दौरान एक व्यक्ति मौके पर पहुंचा। उसने स्वयं को आबकारी विभाग का निरीक्षक बताया। उसने ग्रामीणों को दूरी नापकर फैसला सुनाने का वादा किया।
नकली अधिकारी का पर्दाफाश
दूरी नापने के बाद पाया गया कि ठेका वास्तव में नियमों का उल्लंघन कर रहा है। जब ग्रामीणों ने ठेका बंद करने की मांग की तो व्यक्ति का रवैया अचानक बदल गया। उसने ग्रामीणों को धमकाना शुरू कर दिया। इस पर ग्रामीणों को शक हुआ और उन्होंने मीडिया को बुला लिया।
पहचान दिखाने में विफल
मीडिया कर्मियों के पूछने पर वह व्यक्ति अपनी पहचान साबित नहीं कर पाया। वह कोई भी विभागीय दस्तावेज दिखाने में असफल रहा। इससे स्पष्ट हो गया कि वह ठेकेदार द्वारा भेजा गया कोई व्यक्ति था। ग्रामीणों ने तुरंत प्रशासन से इसकी शिकायत की।
अधिकारियों ने किया स्पष्ट
आबकारी विभाग के अधिकारियों ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि विभाग की ओर से कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं भेजा गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले की पूरी छानबीन की जाएगी। दोषियों के खिलाफ क appropriate action लिया जाएगा।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मामले की गहन जांच की मांग की है। उनका आरोप है कि ठेकेदार नियमों को openly तोड़ रहा है। अब वह ग्रामीणों को गुमराह करने के लिए नकली अधिकारियों का सहारा ले रहा है। उन्होंने ठेके को तुरंत बंद करने की मांग की है।
