Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जिले भर में कई मकान, दुकानें और पशुशालाएं ढह गई हैं। इस आपदा में पशुधन की भी क्षति हुई है। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक सरकारी संपत्तियों को करोड़ों रुपये का भारी नुकसान पहुंचा है। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुट गया है।
उपमंडलवार नुकसान का विवरण
सदर उपमंडल मेंदस गोशालाओं को 3.50 लाख रुपये का नुकसान हुआ। आठ रसोईघर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। पांच रसोईघर पूरी तरह ध्वस्त हो गए। एक दुकान को भी नुकसान पहुंचा। घुमारवीं उपमंडल में आठ गोशालाओं और पांच रसोईघरों को नुकसान हुआ। झंडूता में दो गोशालाएं पूरी तरह ढह गईं।
श्री नयनादेवी जी उपमंडल में सबसे ज्यादा नुकसान
इस उपमंडल मेंबारिश का प्रकोप सबसे अधिक देखने को मिला। यहां तेरह गोशालाओं को भारी नुकसान पहुंचा। तीन रसोईघर और एक दुकान क्षतिग्रस्त हुई। एक मकान पूरी तरह ढह गया जबकि पांच मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को तात्कालिक राहत राशि देना शुरू कर दिया है।
पशुधन की हानि और सरकारी नुकसान
बारिश नेग्रामीणों के पालतू पशुओं की जान भी ले ली। रानीकोटला में एक बछड़े की मौत से बीस हजार रुपये का नुकसान हुआ। मंडहली गांव में एक भैंस की मौत से पचास हजार रुपये का नुकसान हुआ। लोक निर्माण विभाग को 6.36 करोड़ रुपये का सबसे अधिक नुकसान हुआ। जल शक्ति विभाग को 119.05 लाख रुपये का नुकसान पहुंचा।
यातायात व्यवस्था बाधित
बारिश केकारण जिले की लगभग चालीस सड़कें बाधित हो गई हैं। इनमें नौ मुख्य सड़कें भी शामिल हैं। लोक निर्माण विभाग की टीमें रात भर मरम्मत कार्य में जुटी रहीं। कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर सिंगल लेन से यातायात चल रहा है। मैहला में वन वे ट्रैफिक सिस्टम लागू किया गया है।
रेल सेवा भी हुई प्रभावित
नंगल-भाखड़ारेल लाइन के ट्रैक पर कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। इस कारण इस मार्ग पर रेल सेवा स्थगित कर दी गई है। इससे भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के कर्मचारियों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। उन्हें वैकल्पिक मार्गों का सहारा लेना पड़ रहा है।
स्कूल के शौचालय खतरे की जद में
उपतहसील भराड़ीके एक स्कूल के शौचालय खतरे की जद में आ गए हैं। भारी बारिश के चलते स्कूल की पिछली तरफ से लगातार भूस्खलन हो रहा है। मिट्टी के लगातार कटाव के कारण शौचालयों के कभी भी ढहने का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने इस ओर ध्यान दिया है।
