Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम एक भीषण बस हादसा हुआ। झंडूता उपमंडल के बरठीं क्षेत्र में भल्लू पुल के पास भूस्खलन में एक निजी बस दब गई। इस दर्दनाक हादसे में पंद्रह लोगों की मौत हो गई। कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भारी बारिश के बाद पहाड़ी से अचानक मलबा और बड़े पत्थर बस पर गिरे। इससे पूरी बस मलबे में दब गई। हादसे के समय बस में करीब अठारह लोग सवार थे। बचाव दल मलबा हटाने में लगे हुए हैं। प्रशासन ने कहा कि अब और हताहत बढ़ने की आशंका नहीं है।
ग्रामीणों ने बताई प्रशासनिक लापरवाही
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसका घर घटनास्थल से महज तीन सौ मीटर दूर है। जोरदार धमाका सुनकर वह अन्य ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचा। सबसे पहले उन्होंने एक बच्चे को मलबे से जीवित बचाया। इसके बाद उन्होंने पुलिस-प्रशासन को सूचना दी।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पहाड़ी से पिछले कई दिनों से मिट्टी खिसक रही थी। उन्होंने अधिकारियों को इसकी सूचना दी थी। लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीण सरकार और प्रशासन को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि यह सरकारी लापरवाही का नतीजा है।
पीएम मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। घायलों को पचास हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इस त्रासदी ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है।
बीते दो दिन से बिलासपुर और आसपास के इलाकों में लगातार भारी बारिश हो रही थी। भूस्खलन का मुख्य कारण यही बारिश बताई जा रही है। प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।
हिमाचल में भूस्खलन की बढ़ती घटनाएं
हिमाचल प्रदेश में इस बार मॉनसून के दौरान औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई। दर्जनों स्थानों पर भूस्खलन ने तबाही मचाई है। मॉनसून के विदा होने के बाद भी धरती में नमी बनी हुई है। इससे भूस्खलन की घटनाएं थम नहीं रही हैं।
इससे पहले भी राज्य में ऐसे हादसे हो चुके हैं। किन्नौर जिले के निगुलसरी और मंडी जिले के कोटरूपी में हुए हादसों ने पूरे देश को झकझोर दिया था। उन हादसों में एचआरटीसी की बसें मलबे की चपेट में आई थीं। किसी भी यात्री की जान नहीं बच पाई थी। बिलासपुर का यह हादसा उसी त्रासदी की याद दिला गया है।
