Himachal News: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बिजली महादेव रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। शुक्रवार को सैकड़ों लोग, खासकर महिलाएं, ढालपुर मैदान से डीसी कार्यालय तक रैली निकालकर रोपवे रद्द करने की मांग कर रहे हैं। सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ यह प्रदर्शन दोपहर करीब 12:45 बजे डीसी कार्यालय पहुंचा, जहां नारेबाजी हुई।
महिलाओं का जोरदार प्रदर्शन
महिलाओं ने सड़कों पर रैली निकाली और हाथों में तख्तियां थामीं, जिन पर “रोपवे बंद करो” और “हर हर महादेव” जैसे नारे लिखे थे। प्रदर्शनकारी बिजली महादेव रोपवे को रद्द करने की मांग कर रहे थे। बिजली महादेव रोपवे संघर्ष समिति, मंदिर कमेटी और सामाजिक संगठनों ने इस रैली में हिस्सा लिया। कुल्लू के बाजार खुले रहे, हालांकि बाजार बंद करने की अपील की गई थी।
मंदिर में श्रद्धालुओं की एंट्री बंद
हाल ही में बिजली महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया है। अब केवल बाहर से दर्शन की अनुमति है। मंदिर के आसपास जमीन में दरारें देखी गई हैं, जिससे स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है। रोपवे निर्माण के लिए 203 पेड़ काटे गए, जिसका महिलाओं ने पहले भी विरोध किया था।
रोपवे प्रोजेक्ट का विवरण
बिजली महादेव मंदिर कुल्लू से 14 किमी दूर है। वर्तमान में मंदिर तक 3 घंटे की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। रोपवे नेचर पार्क (मोहाल) से मंदिर तक 2.3 किमी लंबा होगा, जो 7 मिनट में दूरी तय करेगा। यह प्रोजेक्ट प्रतिदिन 36,000 यात्रियों की आवाजाही सुनिश्चित करेगा। केंद्र सरकार ने इसके लिए 226 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
पर्यावरण और धार्मिक चिंताएं
प्रदर्शनकारी मानते हैं कि रोपवे से पर्यावरण को नुकसान होगा और मंदिर की पवित्रता खतरे में पड़ेगी। मंदिर के कारदार विनेंद्र सिंह जामवाल ने दावा किया कि देवता ने रोपवे का विरोध किया है। स्थानीय लोग और पर्यावरणविद् इसे धार्मिक और पारिस्थितिक नुकसान का कारण मान रहे हैं।
