Bihar News: भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र से पिछले छह महीनों में 100 से अधिक लड़कियां गायब हो चुकी हैं. मानव तस्करों का जाल बिहार के सीमावर्ती इलाकों में फैल चुका है. ये अपराधी लड़कियों को विदेशों में बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं. इस खुलासे ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है.
मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला
मामले की गंभीरता को देखते हुए मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई गई है. वकील एसके झा ने बताया कि लड़कियों को नेपाल, चीन और सऊदी अरब भेजा जा रहा है. मोतिहारी बॉर्डर पर तस्करों की सक्रियता काफी बढ़ गई है. हाल ही में एक ही परिवार की चार लड़कियों को रेस्क्यू किया गया था. हालांकि कई लड़कियां अभी भी लापता हैं, जिससे परिवारों में डर का माहौल है.
छह महीने में 83 केस दर्ज
वकील झा के मुताबिक, पिछले छह महीनों में बिहार से 83 लड़कियां गायब हुई हैं. जुलाई में रक्सौल से 10 और आदापुर से 4 लड़कियां लापता हुईं. वहीं नवंबर में भी 15 मामले सामने आए. तस्कर इन मासूमों का इस्तेमाल नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए भी करते हैं. यह रैकेट लगातार अपने पैर पसार रहा है.
शादी और अंग तस्करी का खेल
इन लड़कियों को जम्मू-कश्मीर से लेकर अर्जेंटीना तक भेजा जा रहा है. वहां इनका सौदा शादी, देह व्यापार और ‘जनरेशन चेंज’ के लिए होता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई बार इनके अंगों की खरीद-फरोख्त भी की जाती है. यह एक अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट बन चुका है. वकील ने आयोग से इस नेटवर्क की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
