Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद नई सरकार बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। सोमवार को निवर्तमान मंत्रिमंडल की अंतिम बैठक होगी। इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विधानसभा भंग करने और राज्यपाल से मिलने का अधिकार दिया जाएगा। राजग ने बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में 200 से अधिक सीटों पर जीत हासिल की है।
कैबिनेट सचिवालय विभाग ने सोमवार के लिए मंत्रिपरिषद की बैठक की सूचना जारी की है। जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि बैठक में दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। पहला प्रस्ताव निवर्तमान विधानसभा को भंग करने का होगा। दूसरा प्रस्ताव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्यपाल से मिलने के लिए अधिकृत करने का होगा।
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में उन्होंने नवनिर्वाचित विधायकों की सूची सौंपी थी। विधानसभा चुनाव के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गए थे जिसके बाद सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू हुई।
राजग की शानदार जीत
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने बिहार विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। गठबंधन ने 243 सदस्यीय विधानसभा में 200 से अधिक सीटें जीती हैं। भाजपा 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने 85 सीटें हासिल की हैं।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी ने 19 सीटें जीती हैं। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर ने पांच और राष्ट्रीय लोक मोर्च ने चार सीटें प्राप्त की हैं। इस शानदार जीत के बाद राजग के पास स्पष्ट बहुमत है और वह आसानी से सरकार बना सकता है।
जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत की। दिल्ली से लौटने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। झा ने मीडिया से कहा कि कुछ ही दिनों में नई सरकार बन जाएगी और समय आने पर सभी जानकारियां साझा की जाएंगी।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां
जदयू के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं। समारोह ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित किया जा सकता है जहां बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इससे पहले भी गांधी मैदान में बड़े राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं।
नेता ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह भव्य होगा और इसमें बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना है। गठबंधन सहयोगी इसकी तैयारियों में जुट गए हैं। समारोह की तिथि अभी तय नहीं हुई है लेकिन माना जा रहा है कि यह इसी सप्ताह हो सकता है।
जदयू नेता ने मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व बढ़ाने की इच्छा जताई। पिछली सरकार में जदयू के केवल 12 मंत्री थे। इस बार पार्टी ने अधिक सीटें जीती हैं इसलिए वह मंत्रिमंडल में अधिक जगह चाहती है। यह मांग गठबंधन साझेदारों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
गठबंधन साझेदारों की मांगें
मंत्रिमंडल के आकार और मंत्रिपदों के बंटवारे को लेकर गठबंधन साझेदारों के बीच बातचीत जारी है। लोक जनशक्ति पार्टी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा जैसे सहयोगी भी मंत्रिमंडल में उचित प्रतिनिधित्व चाहते हैं। विभिन्न दलों की मांगों को पूरा करना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।
जदयू नेता ने माना कि गठबंधन सहयोगियों की मांगों को पूरा करना आसान नहीं होगा। सभी दल अपने-अपने हिस्से की मांग कर रहे हैं। मंत्रिमंडल में संतुलन बनाना और सभी को संतुष्ट करना बड़ी चुनौती है। हालांकि गठबंधन में मजबूत एकता देखने को मिल रही है।
राजग नेताों का कहना है कि वे घोषणापत्र में किए गए सभी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। नई सरकार राज्य के विकास के लिए तेजी से काम शुरू करेगी। सरकार बनने के बाद प्रशासनिक महकमे में भी बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
बिहार में राजनीतिक गलियारों में नई सरकार के गठन को लेकर चर्चा तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार चौथी बार सत्ता में लौटेंगे। उनके नेतृत्व में राजग की सरकार राज्य में नई ऊर्जा के साथ काम करेगी। सभी गठबंधन साझेदार मिलकर बिहार के विकास में योगदान देंगे।
