Patna News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इंजीनियरिंग अभ्यर्थियों ने गुहार लगाई। यह घटना शनिवार को तारामंडल सभागार में हुई। अभ्यर्थी बिहार लोक सेवा आयोग की भर्ती प्रक्रिया में वेटेज अंक के विरोध में आए थे। मुख्यमंत्री के काफिले के निकल जाने के बाद अभ्यर्थी निराश रह गए।
अभ्यर्थियों की मुख्य मांग
इंजीनियरिंग अभ्यर्थियों का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया में कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को 133 अंकों का वेटेज दिया जा रहा है। इससे नियमित अभ्यर्थियों की बहाली प्रभावित हो रही है। वे चाहते हैं कि कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को यह वेटेज अंक न दिया जाए। इससे उनकी नौकरी की संभावनाएं कम हो रही हैं।
अभ्यर्थियों की समस्याएं
अभ्यर्थियों ने बताया कि वे चार से पांच साल से बेरोजगार हैं। एक महिला अभ्यर्थी ने कहा कि नौकरी की आस में उन्होंने अभी तक शादी नहीं की। उनकी उम्र बढ़ती जा रही है। सभी अभ्यर्थी इंजीनियरिंग की डिग्री होने के बावजूद बेरोजगार हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
पटना के जिला अधिकारी त्याग राजन ने अभ्यर्थियों से बात की। उन्होंने कहा कि इस मामले को बिहार लोक सेवा आयोग के पास भेजा जाएगा। अधिकारी ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्या पर ध्यान दिया जाएगा। हालांकि अभ्यर्थी इससे संतुष्ट नहीं दिखे।
अभ्यर्थियों का आक्रोश
अभ्यर्थियों ने कहा कि अनुभवी लोगों को न रखने से काम की गुणवत्ता प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से बिहार में पुल गिरने की घटनाएं होती हैं। सरकार की नीति योग्य लोगों को रखने की नहीं है। इससे राज्य के विकास पर बुरा असर पड़ रहा है।
