Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर राज्य में सत्ता परिवर्तन की चर्चा तेज हो गई है। महागठबंधन के दावे के अनुसार, 14 नवंबर को तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। दावा किया जा रहा है कि राजद और उसके सहयोगी दलों को 130 से अधिक सीटों पर बहुमत मिल सकता है। हालांकि, चुनाव आयोग की भूमिका और वीवीपीएटी मशीनों की अखंडता को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि चुनावी प्रक्रिया में किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं हुआ तो सत्ता में बदलाव की संभावना प्रबल है। विपक्षी दलों ने मतगणना केंद्रों पर सीसीटीवी निगरानी की मांग की है। उन्हें आशंका है कि रात के समय वीवीपीएटी मशीनों में छेड़छाड़ की जा सकती है।
लोकसभा चुनाव 2024 के आंकड़ों का हवाला
एक पूर्व लोकसभाप्रत्याशी और राजनीतिक रणनीतिकार ने अपने पिछले आकलन का हवाला देते हुए दावा किया है। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा गठबंधन को 298 और इंडिया अलायंस को 234-248 सीटों का अनुमान लगाया था। उनका कहना है कि अंतिम परिणाम उनके अनुमान के करीब रहा, जिससे उनकी विश्वसनीयता बढ़ी है।
मीडिया पर लगे गंभीर आरोप
चुनावीविश्लेषण में भारतीय मीडिया पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि सत्ताधारी दल के पक्ष में एक्जिट पोल दिखाने के लिए मीडिया ने अपनी भूमिका निभाई। इसके अलावा, हाल ही में एक अभिनेता की मृत्यु की झूठी खबर फैलाने को भी मीडिया की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करने वाला बताया गया है। लेख में मीडिया के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है।
भाजपा और जेडीयू पर सियासी दबाव
राजनीतिक सूत्रोंका कहना है कि भाजपा और जेडीयू के नेतृत्व को भी अंदेशा है कि बिहार में उनकी सियासत खत्म हो सकती है। कहा जा रहा है कि दोनों दल चुनाव परिणाम आने तक अपनी रणनीति पर काम कर रहे हैं। 13 नवंबर को एक सियासी गणित सामने आने का इंतजार है, जो चुनाव परिणाम की दिशा तय करेगा।
बिहार में मतगणना की प्रक्रिया पर सभी दलों की नजर रहेगी। महागठबंधन ने पहले ही सभी मतगणना केंद्रों पर कड़ी नजर रखने का फैसला किया है। उनका आरोप है कि भाजपा किसी भी हद तक जा सकती है। इसलिए चुनाव आयोग की भूमिका इस मामले में अहम मानी जा रही है।
