Bihar News: सारण जिले में विधानसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले चार शिक्षकों पर प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। सभी चार शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही भी शुरू की गई है।
जिला प्रशासन ने बताया कि इन शिक्षकों पर राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं। चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए यह कार्रवाई की गई है। सभी मामलों में अलग-अलग थानों में प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
मतदान की अपील करने वाला शिक्षक
पहला मामला चन्द्रमोहन कुमार सिंह का है। वह देवरिया के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय धेनुकी में पंचायत शिक्षक हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने एक विशेष प्रत्याशी के पक्ष में मतदान की अपील की।
यह कार्य आचार संहिता का सीधा उल्लंघन माना गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उनके निलंबन का आदेश जारी किया है। साथ ही विभागीय कार्यवाही भी शुरू की गई है।
मीडिया कार्यक्रम में शामिल हुए दो शिक्षक
दूसरा मामला सुरेंद्र कुमार सिंह का है। वह छपरा सदर के मध्य विद्यालय रतनपुरा में प्रधानाध्यापक हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने एक मीडिया हाउस के ‘कौन बनेगा मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में भाग लिया।
तीसरे मामले में प्रियंका कुमारी पर भी यही आरोप है। वह छपरा के राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में विशिष्ट शिक्षक हैं। दोनों की जांच में दोषी पाए जाने पर निलंबित किया गया।
राजनीतिक जनसभा में शामिल होने वाला शिक्षक
चौथा मामला धर्मेन्द्र कुमार सिंह का है। वह मशरक अंचल के प्राथमिक विद्यालय घोघिया उत्तर टोला में विशिष्ट शिक्षक हैं। उन पर आरोप है कि वह एक राजनीतिक पार्टी की जनसभा में शामिल हुए।
अंचलाधिकारी मशरक ने वीडियो और फोटो के आधार पर यह मामला दर्ज किया। मशरक थाना में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्हें भी तुरंत निलंबित कर दिया गया है।
प्रशासन की सख्त चेतावनी
जिलाधिकारी सारण ने स्पष्ट किया है कि सरकारी कर्मचारियों को निष्पक्ष रहना होगा। उन्होंने कहा कि आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।
चुनाव आयोग ने भी सभी जिलों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। आयोग का कहना है कि चुनाव प्रक्रिया की शुचिता बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है। कोई भी उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह कार्रवाई चुनावों में निष्पक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। प्रशासन की नजर चुनाव संबंधी हर गतिविधि पर है।
