Patna News: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी । इसी सप्ताह केंद्रीय निर्वाचन आयोग की टीम प्रदेश का दौरा करके तैयारियों का जायजा लेगी। आयोग की रिपोर्ट के आधार पर अक्टूबर के पहले सप्ताह के बाद कभी भी आचार संहिता लागू की जा सकती है। जिला प्रशासन ने स्वच्छ और निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
मतदाता सूची का महत्व और समयसीमा
विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया के तहत ड्राफ्ट मतदाता सूची 1 अगस्त को प्रकाशित की गई थी । मतदाताओं और राजनीतिक दलों को दावे और आपत्तियां दर्ज कराने के लिए 1 सितंबर तक का समय दिया गया था। निर्वाचन आयोग ने पहले ही 94.68 प्रतिशत मतदाताओं को कवर कर लिया है । 30 सितंबर को अंतिम सूची प्रकाशन के बाद कोई भी योग्य मतदाता छूटेगा नहीं । मतदाता वेबसाइट voters.eci.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं ।
संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम और एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे उन क्षेत्रों को चिह्नित करें जहां धन या बल से मतदाताओं को प्रभावित किया जा सकता है। इन संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। आसानी से प्रभावित होने वाले मतदाताओं को चिह्नित कर निर्भीक मतदान के लिए प्रेरित किया जा रहा है। नॉक टू डोर कार्यक्रम के जरिए मतदाताओं को उनके मत के महत्व से अवगत कराया जा रहा है।
आचार संहिता के प्रमुख नियम
चुनाव आयोग ने आचार संहिता के सख्त नियम बनाए हैं। सरकार द्वारा चुनाव से पहले कोई लोकलुभावन घोषणाएं नहीं की जाएंगी। चुनावी प्रचार में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। राजनीतिक दल जाति, धर्म और क्षेत्र जैसे संवेदनशील मुद्दों का प्रचार में उपयोग नहीं कर सकेंगे। धनबल और बाहुबल के प्रयोग पर रोक लगाई गई है। मतदान केंद्रों के निकट शराब वितरण और जुलूसों में असामाजिक गतिविधियां प्रतिबंधित होंगी।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उपाय
जिला प्रशासन ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। लोकसभा चुनाव 2024 में जिले में मतदान प्रतिशत में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत राष्ट्रीय औसत 66 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य है। मिशन 60 अभियान के तहत सभी 14 विधानसभा सीटों के न्यूनतम मतदान वाले 60-60 बूथों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। कल्याण विभाग, आईसीडीएस, जीविका और शिक्षा विभाग के कर्मी नॉक-टू-डोर कार्यक्रम चलाएंगे।
विशेष दिवसों पर थीम आधारित गतिविधियां
निर्वाचन आयोग ने स्वीप गतिविधियों की निरंतरता बनाए रखने के लिए प्रमुख दिवसों की सूची जारी की है। 1 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस, 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 8 अक्टूबर को वायुसेना दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन दिवसों पर थीम आधारित स्वीप गतिविधियों के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जाएगा। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे सभी दिवसों पर निर्धारित गतिविधियों का सफलतापूर्वक संचालन सुनिश्चित करें।
मतदाता सहायता और शिकायत निवारण
मतदाताओं की सहायता के लिए वोटर हेल्पलाइन नंबर 1950 चालू किया गया है । इस नंबर पर फोन करके मतदाता किसी भी प्रकार की सहायता प्राप्त कर सकते हैं। बूथ स्तर पर मतदाताओं और अधिकारियों के बीच बेहतर संवाद व्यवस्था स्थापित की जा रही है। जिला चुनाव प्रबंधन और बूथ प्रबंधन योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए 21 कोषांगों के बीच समन्वय स्थापित किया गया है। सभी अधिकारियों को चुनाव आयोग के नियमों का पूर्ण रूप से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
