Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भभुआ में बीजेपी उम्मीदवार को विरोध का सामना करना पड़ा। कटरा गांव में पूर्व विधायक भरत बिंद के प्रचार अभियान के दौरान युवाओं ने रास्ता रोक दिया। युवाओं ने विकास कार्यों को लेकर सीधे सवाल किए।
विरोध प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि युवाओं ने उम्मीदवार को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया। युवाओं ने सवाल किया कि विधायक बनने के बाद वह कितनी बार गांव आए।
युवाओं ने किए सीधे सवाल
विरोध कर रहे युवाओं ने भरत बिंद से पूछा कि वह पिछले कार्यकाल में कितनी बार गांव आए। युवाओं ने सीधे तौर पर विकास कार्यों को लेकर जवाबदेही तय की। उन्होंने कहा कि विधायक बनने के बाद उम्मीदवार ने गांव का रुख नहीं किया।
भरत बिंद ने दावा किया कि वह विधायक रहते हुए 10 बार से अधिक गांव आए। युवाओं ने इस दावे को तुरंत खारिज कर दिया। गांव वालों ने कहा कि वह लगातार गांव में रह रहे हैं और उम्मीदवार का दावा गलत है।
वीडियो में दिखा तनावपूर्ण माहौल
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि माहौल तनावपूर्ण था। युवाओं ने उम्मीदवार के प्रचार दल को रोक दिया। उन्होंने सवालों के जवाब मांगे। उम्मीदवार ने स्थिति को संभालने की कोशिश की।
वीडियो में युवाओं को उम्मीदवार से जवाबदेही मांगते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह खुद गांव के रहने वाले हैं और उन्हें सच्चाई का पता है। उन्होंने उम्मीदवार के दावों को झूठ बताया।
उम्मीदवार ने जारी रखा प्रचार
भरत बिंद ने विरोध के बावजूद अपना प्रचार अभियान जारी रखा। उन्होंने कहा कि उन्होंने विरोध प्रदर्शन को नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने गांव वालों से बातचीत करने की कोशिश जारी रखी।
उम्मीदवार ने स्थिति को शांत करने का प्रयास किया। उन्होंने लोगों के सवालों के जवाब देने की कोशिश की। हालांकि युवा उनके जवाबों से संतुष्ट नहीं दिखे।
चुनावी माहौल पर प्रभाव
यह घटना चुनावी माहौल में नई बहस छेड़ सकती है। विधायकों की जवाबदेही और विकास कार्यों पर सवाल महत्वपूर्ण हैं। यह घटना दर्शाती है कि मतदाता अब सीधे तौर पर सवाल पूछ रहे हैं।
भभुआ विधानसभा क्षेत्र में चुनावी प्रतिस्पर्धा तीव्र है। इस घटना का असर चुनाव नतीजों पर पड़ सकता है। मतदाता जवाबदेही को लेकर गंभीर दिख रहे हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
अन्य राजनीतिक दलों ने अभी तक इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। स्थानीय स्तर पर चुनाव प्रचार तेजी से चल रहा है। विभिन्न दलों के उम्मीदवार अपने-अपने अभियान में व्यस्त हैं।
पुलिस प्रशासन ने चुनावी स्थिति पर नजर बनाए रखी है। किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए तैयारियां की गई हैं। चुनाव आयोग ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
