Politics News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 202 सीटों पर विजय प्राप्त की। वहीं तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। महागठबंधन केवल 35 सीटों पर सिमट कर रह गया। इस हार के बाद समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
अखिलेश यादव ने शनिवार को बेंगलुरु में पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि एनडीए का 202 सीटों का आंकड़ा हजम नहीं हो रहा। उन्होंने माना कि चुनाव हार और जीत से सबक सिखाते हैं। अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लोगों ने हार से सीखा है। हार से सीखने का मौका मिलता है।
अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बिहार चुनाव परिणाम पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि एनडीए के दो सौ से अधिक सीटें जीतने का आंकड़ा समझ से परे है। अखिलेश ने कहा कि अगर कोई दल दो सौ सीटें जीत सकता है तो वह सत्तर से अस्सी प्रतिशत सीटें भी जीत सकता है। उन्होंने माना कि यह एक बेंचमार्क स्थापित करता है।
अखिलेश यादव ने कहा कि अन्य दल भी नब्बे प्रतिशत लोगों के साथ काम करके बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस बेंचमार्क को पार करना ही होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि अन्य राज्यों में भी दल मिलकर काम करेंगे। इससे बेहतर परिणाम सामने आएंगे।
यूपी और बिहार चुनाव में अंतर
अखिलेश यादव ने स्पष्ट किया कि बिहार की जीत उत्तर प्रदेश की जीत के बराबर नहीं है। उन्होंने कहा कि यूपी की जीत अलग है और बिहार की जीत अलग है। उन्होंने माना कि बिहार जीता जा सकता है लेकिन यूपी की हार को जीत में बदलने में समय लगेगा। उन्होंने कहा कि वह इसके लिए तैयार हैं।
सपा प्रमुख ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027 में होने हैं। अगर चुनाव आयोग ग्यारह जनवरी को तारीखों की घोषणा करता है तो उनके पास 423 दिन हैं। यूपी में 403 विधानसभा सीटें हैं। उन्होंने कहा कि अभी से काम शुरू करना होगा।
महिला मतदाताओं पर टिप्पणी
अखिलेश यादव ने भाजपा की महिला मतदाताओं को लुभाने की रणनीति पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि कब तक महिलाओं को दस हजार रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सम्मानपूर्ण जीवन की आवश्यकता है। केवल पैसे देकर वोट लेना उचित नहीं है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार और यूपी जैसे राज्यों से लोग रोजगार के लिए बाहर जाते हैं। वे अपने परिवारों को छोड़कर जाते हैं। सरकार को परिवारों को एक साथ रहने का अवसर देना चाहिए। केवल दस हजार रुपये देकर वोट ले लेना उचित नहीं है।
भविष्य की रणनीति
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में पार्टी की भविष्य की रणनीति के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि हार से सीख मिलती है और वह इससे सबक लेंगे। उन्होंने याद दिलाया कि सपा को एक बार केवल पांच सीटें मिली थीं। उसके बाद पार्टी ने दोहरे इंजन की सरकार को हराया था।
उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसी सीटें हारी है जहां उनकी हार की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। अखिलेश ने विश्वास जताया कि वह उत्तर प्रदेश में फिर से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर काम करने की आवश्यकता है।
