Patna News: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। उन्होंने बिहार की एनडीए सरकार के पांच शीर्ष नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। इन नेताओं में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
प्रशांत किशोर ने जदयू नेता अशोक चौधरी पर विशेष तौर पर आरोप लगाए। उन्होंने अशोक चौधरी को सर्वदलीय नेता बताया। किशोर ने उन पर फर्जी तरीके से प्रोफेसर बनने का भी आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने कई गंभीर वित्तीय अनियमितताओं की ओर भी ध्यान दिलाया।
अशोक चौधरी के संबंध में किशोर ने दावा किया कि उन्होंने दो-तीन वर्ष में दो सौ करोड़ रुपये से अधिक के भूखंड खरीदे। यह खरीदारी बेनामी तरीके से और मानव विकास न्यास के माध्यम से की गई। सभी भूखंड उनकी बेटी की सगाई से लेकर विवाह तक के समय में खरीदे गए।
किशोर ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि पांडेय ने दिल्ली में पत्नी के नाम फ्लैट खरीदने के लिए दिलीप जायसवाल से पच्चीस लाख रुपये कर्ज लिया। उस समय उनकी पत्नी के बैंक खाते में दो करोड़ तेरह लाख रुपये मौजूद थे।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के बारे में प्रशांत किशोर ने गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जायसवाल राजेश साह हत्या मामले में आरोपित हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने तत्कालीन एसपी और जांच प्रभारी से मिलीभगत कर केस को रफा-दफा कराया।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के बारे में किशोर ने कहा कि वह नाम बदलने के मास्टर हैं। उन्होंने दावा किया कि चौधरी मैट्रिक में फेल हैं। सुप्रीम कोर्ट में बिहार बोर्ड का हलफनामा है जो इस बात की पुष्टि करता है।
किशोर ने कहा कि सम्राट चौधरी स्वयं को सातवीं पास बता रहे थे। बाद में वह कामराज यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होने का दावा करने लगे। प्रशांत किशोर के अनुसार यह यूनिवर्सिटी अस्तित्व में ही नहीं है।
बीजेपी नेता संजय जायसवाल के बारे में प्रशांत किशोर ने गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने जायसवाल पर पेट्रोल चुराने और फर्जी बिल बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने बेतिया की महापौर द्वारा लिए गए निर्णय का भी जिक्र किया।
किशोर ने दावा किया कि बेतिया महापौर ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर निर्देश दिया था। इस पत्र में संजय जायसवाल के पेट्रोल पंप से निगम की गाड़ियों के लिए तेल न लेने का निर्देश दिया गया था।
प्रशांत किशोर ने कहा कि इस मामले में पांच करोड़ सत्तासी लाख रुपये का घपला हुआ है। नगर निगम ने पंद्रह अगस्त के बाद के पेट्रोल वाउचर के भुगतान पर रोक लगा दी है। यह मामला अभी तक सुलझा नहीं है।
प्रशांत किशोर ने बिहार में भ्रष्टाचार की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बिहार में आज जितना भ्रष्टाचार है उतना किसी ने कभी नहीं देखा। निचले स्तर पर भ्रष्टाचार है और माल ऊपर भी जा रहा है।
किशोर ने कहा कि पहले राजद वालों का जंगलराज था। अब एनडीए वाले कंबल ओढ़कर घी पी रहे हैं। उन्होंने राजद और तेजस्वी यादव पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि राजद कलम नहीं बल्कि कट्टा वाला दल है।
ये सभी आरोप बिहार की राजनीति में नए विवाद का कारण बन सकते हैं। अब देखना यह है कि एनडीए सरकार और संबंधित नेता इन आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं। जन सुराज की ओर से यह पहली बार है जब इतने बड़े स्तर पर आरोप लगाए गए हैं।
इन आरोपों ने बिहार की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। सभी राजनीतिक दल इन आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। आने वाले दिनों में इस मामले में और विकास की उम्मीद है।
