Patna News: चुनाव आयोग ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। राज्य में मतदान दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को होगा। सभी 243 सीटों के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने घोषणा की कि इस चुनाव में 7.42 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। चुनाव आयोग ने मतदान प्रक्रिया को अधिक सुगम और पारदर्शी बनाने के लिए 17 नए प्रयोग भी शुरू किए हैं। इनमें ईवीएम पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें और सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग जैसे उपाय शामिल हैं।
चुनाव की पूरी समयसारणी
पहले चरण के लिए अधिसूचना 10 अक्टूबर को जारी होगी। नामांकन 17 अक्टूबर तक दाखिल किए जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 18 अक्टूबर को होगी और 20 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को 121 सीटों पर होगा। दूसरे चरण के लिए अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी होगी। नामांकन 20 अक्टूबर तक, जांच 21 अक्टूबर को और नाम वापसी 23 अक्टूबर तक होगी। 11 नवंबर को 122 सीटों पर मतदान होगा। दोनों चरणों के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
22 साल बाद शुद्ध हुई मतदाता सूची
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद मतदाता सूची को शुद्ध किया गया है। यह प्रक्रिया लगभग 22 साल बाद की गई है। अब राज्य में कुल 7.42 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें 3.92 करोड़ पुरुष और 3.5 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं। नए मतदाता सूची में 14 लाख पहली बार वोट डालने वाले युवा और 14 हजार से अधिक ऐसे मतदाता हैं जिनकी उम्र 100 साल से अधिक है। मतदाता अब भी आखिरी तारीख से पहले अपना नाम दर्ज करा सकते हैं।
मतदाताओं की सुविधा के लिए खास इंतजाम
चुनाव आयोग ने इस बार मतदान को विशेष रूप से मतदाता-अनुकूल बनाने पर जोर दिया है। हर मतदान केंद्र पर व्हीलचेयर और रैंप की व्यवस्था की गई है। बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। मतदान केंद्रों के बाहर मोबाइल फोन जमा करने के लिए विशेष काउंटर बनाए गए हैं। इससे मतदाता बिना किसी दबाव के वोट डाल सकेंगे। हर मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाताओं की संख्या तय की गई है। पूरी प्रक्रिया की निगरानी के लिए सभी 90,712 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी।
फेक न्यूज पर रहेगी कड़ी नजर
चुनाव आयोग ने इस बार फेक न्यूज और गलत सूचनाओं पर विशेष नजर रखने का फैसला किया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हर जिले में सोशल मीडिया टीमें सक्रिय रहेंगी। ये टीमें तुरंत गलत सूचनाओं का पता लगाकर उनका खंडन करेंगी। मतदाताओं की शिकायतों के निवारण के लिए 1950 हेल्पलाइन नंबर सक्रिय किया गया है। इसके अलावा 90,712 बूथ लेवल अधिकारी, 243 इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर और 38 जिला निर्वाचन अधिकारी भी मतदाताओं की मदद के लिए उपलब्ध रहेंगे।
नैतिक आचार संहिता लागू
चुनाव तिथियों की घोषणा के साथ ही बिहार में नैतिक आचार संहिता लागू हो गई है। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर, 2025 को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग ने पूरी प्रक्रिया इस तारीख से पहले पूरी कराने का लक्ष्य रखा है। पिछले विधानसभा चुनाव 2020 में तीन चरणों में हुए थे। उस समय कोविड-19 महामारी के चलते विशेष व्यवस्थाएं करनी पड़ी थीं। इस बार चुनाव आयोग ने दो चरणों में मतदान कराने का फैसला किया है।
