Delhi News: बिहार विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। चुनाव आयोग ने इसकी घोषणा पांच अक्टूबर के बाद किसी भी दिन करने का संकेत दिया है। आयोग ने सात राज्यों की आठ खाली विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराने का भी फैसला किया है। इनमें जम्मू-कश्मीर, पंजाब और झारखंड जैसे राज्य शामिल हैं।
चुनाव आयोग ने रविवार को एक महत्वपूर्ण फैसला लिया। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव और उपचुनावों के लिए 470 पर्यवेक्षकों की तैनाती का निर्णय किया। इन पर्यवेक्षकों में सामान्य, पुलिस और आय-व्यय पर्यवेक्षक शामिल हैं। यह टीम चुनाव प्रक्रिया की निगरानी करेगी।
उपचुनाव वाली सीटें
चुनाव आयोग ने आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराने का संकेत दिया है। जम्मू-कश्मीर की बडगाम और नगरोटा सीट शामिल हैं। पंजाब की तरनतारन सीट पर भी उपचुनाव होगा। झारखंड की घाटसिला सीट भी इस सूची में है।
राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा। तेलंगाना की जुबली हिल्स सीट भी शामिल है। मिजोरम की डंपा और ओडिशा की नुआपाडा सीट पर भी मतदान होगा। ये सभी उपचुनाव बिहार विधानसभा चुनाव के साथ होंगे।
पर्यवेक्षकों की भूमिका
चुनाव आयोग ने 470 पर्यवेक्षकों की तैनाती का फैसला लिया है। इनमें 320 आईएएस अधिकारी शामिल हैं। 60 आईपीएस अधिकारी भी पर्यवेक्षक के रूप में कार्य करेंगे। 90 आईआरएस अधिकारी भी इस टीम का हिस्सा हैं।
ये पर्यवेक्षक तीन श्रेणियों में काम करेंगे। सामान्य पर्यवेक्षक चुनाव प्रक्रिया की निगरानी करेंगे। पुलिस पर्यवेक्षक कानून-व्यवस्था पर नजर रखेंगे। आय-व्यय पर्यवेक्षक चुनाव खर्चे की निगरानी करेंगे।
चुनाव आयोग ने तीन अक्टूबर को दिल्ली में बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी पर्यवेक्षक शामिल होंगे। उन्हें चुनाव के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी जाएगी। चुनाव की चुनौतियों से भी अवगत कराया जाएगा।
आयोग से जुड़े सूत्रों के अनुसार घोषणा जल्द होगी। बिहार विधानसभा चुनाव और आठों सीटों के उपचुनाव की घोषणा एक साथ होगी। यह घोषणा छह या सात अक्टूबर को हो सकती है। चुनाव आयोग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
