Shimla News: लोकसभा चुनाव से पहले सोमवार को धर्मशाला में कांग्रेस का बड़ा सियासी मंथन हुआ. इसमें नए मंत्रियों की नियुक्ति से लेकर प्रशासनिक फेरबदल और सीपीएस मुद्दे समेत लोकसभा चुनाव पर घंटों चर्चा चली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला ने सोमवार को अचानक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू समेत स्थानीय विधायकों और एआईसीसी सचिव सुधीर शर्मा और तेजेंद्र बिट्टू को बुलाया और करीब सवा घंटे तक राजनीतिक मंथन किया।
आने वाले दिनों में इस धर्मशाला मंथन का बड़ा असर देखने को मिलेगा. आगामी लोकसभा चुनाव से पहले हिमाचल सरकार को लेकर मिल रहे फीडबैक और नेताओं के बीच चल रही सियासी खींचतान को देखते हुए प्रदेश प्रभारी शुक्ला ने मुख्यमंत्री और दो एआईसीसी सचिवों के साथ पार्टी को मजबूत करने के लिए जल्द बड़े और कड़े फैसले लेने को कहा है. . कांगड़ा के राजनीतिक महत्व को देखते हुए कांग्रेस जल्द ही यहां नया मैदान खड़ा करने जा रही है।
इससे कांगड़ा का सियासी सूखा खत्म हो जाएगा जो लंबे समय से किसी नेता के मंत्री बनने का इंतजार कर रहा है. इतना ही नहीं कांग्रेस नेताओं के बीच हुई इस अहम बैठक में जिलों में प्रशासनिक फेरबदल को लेकर भी लंबी चर्चा हुई. ऐसे में जल्द ही डीसी-एसपी से लेकर सभी बड़े पदों पर नए चेहरे नजर आएंगे. सोमवार को धर्मशाला मंथन में हुई चर्चा के बाद माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सरकार और प्रशासन में बड़े बदलाव करेगी.
इस दौरान कांगड़ा समेत विभिन्न जिलों की स्थिति और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों की तैनाती की योजना है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कोई जोखिम नहीं लेना चाहती. ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले हिमाचल में कई बड़े बदलाव और कई नए प्रयोग हो सकते हैं. पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच मतभेद दूर करने से लेकर हर पहलू पर बारीकी से गौर किया जाएगा.
सीपीएस मामले पर चर्चा
राजीव शुक्ला ने सीपीएस मामले में उपजे विवाद को गंभीरता से लेने और इसका समाधान निकालने समेत विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा की. सीपीएस मामले का लोकसभा चुनाव पर असर और उससे पहले सरकार की छवि जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई. भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए हाईवोल्टेज मैच के लिए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला बीसीसीआई उपाध्यक्ष के तौर पर यहां आए थे, लेकिन उन्होंने क्रिकेट के साथ-साथ फील्डिंग को दुरुस्त करने की रणनीति पर भी हिमाचल कांग्रेस से चर्चा की.