Haryana News: फरीदाबाद के धोज थाना क्षेत्र में एक डॉक्टर के किराये के कमरे से बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ है। पुलिस ने 300 किलोग्राम आरडीएक्स मिलने की खबरों का खंडन किया है। हालांकि उन्होंने पुष्टि की कि आरोपी के कमरे से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया गया है। यह मामला थाना धोज के फतेहपुर तगा गांव का है जहां आसपास खेत ही खेत हैं।
पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि यह हरियाणा पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस का संयुक्त अभियान है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बरामद हुआ पदार्थ आरडीएक्स नहीं बल्कि अमोनियम नाइट्रेट है। गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अभी बहुत सारी जानकारियां सार्वजनिक नहीं की जा सकतीं।
आरोपी डॉक्टर मुजाहिल शकील के बारे में जानकारी सामने आई है। वह अल फलाह यूनिवर्सिटी में फिजिशियन के तौर पर कार्यरत था। वह गांव में किराये के कमरे में रहता था जो यूनिवर्सिटी से मात्र 300 मीटर दूर स्थित है। पुलिस ने बताया कि 9 दिन पहले छापेमारी की गई थी और यह संयुक्त अभियान 15 दिन से चल रहा था।
बरामद हुए खतरनाक सामान
छापेमारी के दौरान आरोपी के कमरे से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई। पुलिस ने तीन मैगजीन, 83 लाइव राउंड और एक पिस्टल बरामद की। इसके अलावा दो अतिरिक्त मैगजीन और आठ बड़े सूटकेस भी मिले। चार छोटे सूटकेस और एक बाल्टी में विस्फोटक सामग्री रखी हुई थी।
पुलिस ने 20 टाइमर, बैटरियों सहित टाइमर और वॉकी टॉकी भी जब्त की। पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट किया कि कमरे से एके-47 राइफल नहीं मिली है। हालांकि एक असॉल्ट राइफल बरामद हुई है। यह सभी सामग्री राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती थी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
गुरुग्राम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने भी एक बड़ा बयान जारी किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि हिंदुस्तान ऐसे किसी भी आदमी को बख्शेगा नहीं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच शुरू की गई है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि संयुक्त अभियान अभी भी जारी है। और भी आरोपियों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां पूरे मामले की तह तक जा रही हैं।
कश्मीर कनेक्शन
यह मामला कश्मीर में चल रही जांच से जुड़ा हुआ है। 27 अक्टूबर को श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के पोस्टर दिखाई दिए थे। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी। सीसीटीवी फुटेज में डॉक्टर अदील को पोस्टर चिपकाते देखा गया था।
6 नवंबर को डॉक्टर अदील राठेर को गिरफ्तार किया गया। उन पर जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाने का आरोप है। दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड निवासी डॉक्टर अदील अहमद को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था।
शनिवार को पुलिस ने जीएमसी अनंतनाग में छापा मारा। डॉक्टर अदील के लॉकर से एक एके-47 राइफल बरामद हुई। डॉक्टर अदील अक्टूबर 2024 तक जीएमसी अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट के पद पर कार्यरत थे। इसके बाद ही डॉक्टर मुजाहिल शकील के खिलाफ जांच शुरू हुई।
पुलिस ने इसी कड़ी में फरीदाबाद में डॉक्टर मुजाहिल शकील के किराए के आवास पर छापा मारा। जांच में उनकी भूमिका उजागर हुई है। यह पूरा मामला आतंकी नेटवर्क की बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। सुरक्षा एजेंसियां पूरे मामले की गहराई में जा रही हैं।
