India News: देश में ओला और उबर जैसी निजी कैब सेवाओं के वर्चस्व को चुनौती देने के लिए एक नई सहकारी टैक्सी सेवा शुरू होने जा रही है। ‘भारत टैक्सी’ नामक यह सेवा नवंबर में दिल्ली से अपना पायलट प्रोजेक्ट शुरू करेगी। इसे सहकारिता मंत्रालय और राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन ने मिलकर तैयार किया है। इसके पहले चरण में 650 ड्राइवर जुड़ेंगे, जिनमें महिला चालक भी शामिल होंगी।
यह सेवा एक राष्ट्रीय सहकारी राइड हेलिंग प्लेटफॉर्म है। इसे सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड द्वारा संचालित किया जाएगा। यह संगठन अमूल की तर्ज पर काम करेगा। दरअसल, इसकी संचालन समिति के अध्यक्ष अमूल के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता हैं। इसकी स्थापना जून में 300 करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ की गई थी।
यूजर्स को मिलेंगे यह बड़े फायदे
भारत टैक्सी की सबसे बड़ी खासियत इसकी निश्चित और उचित किराया प्रणाली होगी। यह डायनामिक प्राइसिंग, पीक प्राइसिंग और मौसम के हिसाब से बढ़ते किराए जैसी प्रथाओं से मुक्ति दिलाएगी। यात्रियों के लिए किराया तय और वाजिब रखा जाएगा। इससे यात्रियों को बढ़ते किराए की समस्या से निजात मिलेगी।
सुरक्षा के मामले में यह सेवा नए मानदंड स्थापित करेगी। इसके एप्लिकेशन में एक डिस्ट्रेस बटन होगा। आपात स्थिति में इस बटन को दबाने पर सूचना सीधे नजदीकी पुलिस थाने तक पहुंच जाएगी। पुलिस थानों के साथ इस इंटीग्रेशन से यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
ड्राइवरों के लिए बेहतर आमदनी का जरिया
ड्राइवरों के लिए यह प्लेटफॉर्म एक बेहतर कमाई का अवसर लेकर आया है। यहां ड्राइवरों से कमीशन की जगह एक सदस्यता शुल्क लिया जाएगा। हर सवारी से होने वाली पूरी कमाई सीधे ड्राइवर को मिलेगी। ड्राइवरों को केवल दैनिक, साप्ताहिक या मासिक आधार पर एक निश्चित शुल्क का भुगतान करना होगा।
महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस प्लेटफॉर्म पर महिला ड्राइवरों को प्रोत्साहित किया जाएगा। पहले चरण में लगभग 100 महिला ड्राइवर इससे जुड़ेंगी। वर्ष 2030 तक 15 हजार महिला ड्राइवरों को इस नेटवर्क से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इससे महिला यात्रियों को अतिरिक्त सुरक्षा का विकल्प मिल सकेगा।
देशव्यापी विस्तार की रणनीति
भारत टैक्सी का मोबाइल एप्लिकेशन नवंबर से उपलब्ध होगा। शुरुआत में यह एप हिंदी, गुजराती, मराठी और अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध होगा। दिसंबर से मार्च 2026 के बीच इस सेवा का विस्तार राजकोट, मुंबई और पुणे जैसे शहरों में किया जाएगा। इसके बाद अप्रैल से दिसंबर 2026 के बीच लखनऊ, भोपाल और जयपुर में सेवा शुरू होगी।
वर्ष 2027-28 तक इस सेवा को 20 और शहरों में लॉन्च किया जाएगा। अंततः वर्ष 2028-2030 के बीच इसका विस्तार जिला मुख्यालयों और ग्रामीण क्षेत्रों तक किया जाएगा। इस तरह यह सेवा धीरे-धीरे पूरे देश को कवर करेगी। यह देश की पहली राष्ट्रीय सहकारी टैक्सी सेवा बनने जा रही है।
इस नई cab service के आने से भारतीय टैक्सी बाजार में ग्राहकों के पास अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे। यह सेवा ड्राइवरों के लिए भी एक निष्पक्ष और लाभकारी taxi booking मॉडल प्रस्तुत करती है। इसके सफल होने से भारत में सहकारिता आधारित परिवहन सेवाओं के एक नए युग की शुरुआत हो सकती है।
