India News: साल 2025 अपने अंतिम चरण में है और यह वक्त है सालभर के प्रमुख ब्यूटी ट्रेंड्स पर नजर डालने का। इस साल सौंदर्य की दुनिया में कई नए बदलाव देखने को मिले। लोगों ने अपनी त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने के लिए नए तरीके अपनाए। इनमें सरल देखभाल से लेकर पारंपरिक उपाय शामिल रहे। यहां जानिए वे पांच ट्रेंड जिन्होंने इस साल खूब लोगों का ध्यान खींचा।
इस साल लोगों ने महंगे उत्पादों के ढेर की बजाय सरल स्किनकेयर दिनचर्या को अपनाया। कई सेलिब्रिटी और इन्फ्लुएंसर भी इसी रास्ते पर चले। उन्होंने जटिल रूटीन छोड़कर प्राकृतिक और सीमित उत्पादों पर जोर दिया। इस दृष्टिकोण का मूल मंत्र था कम है ज्यादा। इससे त्वचा पर कम दबाव पड़ा और उसे आराम मिला।
कोरियाई ग्लोइंग स्किन का क्रेज इस साल भी जारी रहा। सोशल मीडिया पर ग्लास स्किन पाने के तरीके खूब वायरल हुए। इन तरीकों में त्वचा को अंदर से हाइड्रेट रखना सबसे अहम था। कोरियन ब्यूटी रूटीन में कई लेयरिंग तकनीकें शामिल हैं। इन्हें अपनाकर लोग बिना भारी मेकअप के प्राकृतिक चमक पाना चाहते थे।
रेट्रो लुक के लिए एआई का सहारा
मेकअप केक्षेत्र में रेट्रो लुक ने दिलचस्प मोड़ लिया। लोगों ने पुराने जमाने के मेकअप स्टाइल को नए अंदाज में अपनाया। इन लुक्स को क्रिएट करने में उन्होंने एआई टूल्स की मदद ली। जैमिनी और चैटजीपीटी जैसे प्लेटफॉर्म से वे यूनिक आइडियाज लेते थे। इससे बनने वाली तस्वीरें साधारण लेकिन आकर्षक नजर आती थीं।
स्किनिमलिज्म नामक ट्रेंड ने इस साल जोर पकड़ा। यह त्वचा की देखभाल का एक न्यूनतम दृष्टिकोण है। इसमें कम रसायन और अधिक प्राकृतिक परिणाम पर ध्यान दिया जाता है। इस रूटीन के मुख्य स्तंभ हैं क्लीनजिंग, मॉइस्चराइजिंग और सनस्क्रीन का नियमित उपयोग। यह दिनचर्या त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने के लिए पर्याप्त मानी जाती है।
मैचा का स्किनकेयर में बढ़ता उपयोग
चाय कीपत्तियों से बने मैचा ने स्किनकेयर में अपनी जगह बनाई। इस साल मैचा युक्त फेस मास्क, क्लीन्जर और सीरम का चलन बढ़ा। इन उत्पादों में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को डिटॉक्सीफाई करने में मददगार साबित होते हैं। इससे त्वचा को प्राकृतिक चमक और ताजगी मिलती है।
इन ट्रेंड्स ने साबित किया कि लोग अब त्वचा के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रहे हैं। वे ऐसे उत्पाद और तरीके चाहते हैं जो टिकाऊ और प्रभावी हों। महंगे ब्रांड्स के बजाय स्मार्ट और शोध-आधारित विकल्पों की मांग बढ़ी है। यह बदलाव सौंदर्य उद्योग के भविष्य की दिशा तय करता है।
त्वचा विशेषज्ञ भी इन सरल दिनचर्याओं के पक्ष में बोलते हैं। वे मानते हैं कि त्वचा की जरूरतें समझना जरूरी है। बिना सोचे-समझे कई उत्पाद लगाने से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। इसलिए सीमित और सही उत्पाद चुनना ही बेहतर रहता है।
सोशल मीडिया ने इन ट्रेंड्स को पॉपुलर बनाने में अहम भूमिका निभाई। इन्फ्लुएंसर ने अपने अनुभव साझा कर लोगों को प्रेरित किया। इससे ब्यूटी ट्रेंड्स तेजी से फैले और सामान्य जन तक पहुंचे। हालांकि, विशेषज्ञ हर त्वचा के लिए अलग देखभाल की सलाह देते हैं।
