Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर को लेकर हुए विवाद के बाद पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद हुए प्रदर्शनों और हिंसा के संदर्भ में अब तक 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं। पुलिस ने इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रशासन ने बताया कि भीड़ ने बिना अनुमति के जुलूस निकालने और पुलिस पर पथराव करने का प्रयास किया, जिसके बाद हालात बिगड़े।
प्रशासन की चेतावनी और मौलाना का रुख
बरेली के जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि प्रशासन को प्रदर्शन की योजना की पूर्व जानकारी थी। उन्होंने कहा कि मौलाना तौकीर रजा के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई थी। इन बैठकों में उन्हें स्पष्ट चेतावनी दी गई थी कि शहर में बीएनएसएस की धारा 163 लागू है। इसके तहत बिना अनुमति के कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सकता। प्रतिनिधियों ने लिखित में आश्वासन दिया था कि वे प्रदर्शन नहीं करेंगे।
आश्वासन के बावजूद क्यों हुआ प्रदर्शन?
जिलाधिकारी के अनुसार, लिखित आश्वासन के बाद मौलाना तौकीर रजा ने एक वीडियो संदेश जारी किया। इस संदेश में उन्होंने कहा कि दिया गया लिखित आश्वासन फर्जी है। उन्होंने घोषणा की कि वे अपनी मूल योजना के अनुसार ही प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। नमाज के बाद जब कुछ लोग इकट्ठा हुए तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया।
पुलिस कार्रवाई और हिरासत में लिए गए लोग
बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि पुलिस ने शुरू में शांतिपूर्ण तरीके से स्थिति को संभालने की कोशिश की। हालांकि, भीड़ ने बैरिकेड्स तोड़ने का प्रयास किया और पुलिस पर पथराव किया। इसके जवाब में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा सहित आठ आरोपियं को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में सरफराज, मनीफुद्दीन और अजीम अहमद जैसे नाम शामिल हैं।
हिंसा के दौरान क्या हुआ?
घटना के दौरान भीड़ और पुलिस के बीच जमकर टकराव हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को नियंत्रित किया। इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। पुलिस ने घटनास्थल से भारी मात्रा में पत्थर, ब्लेड और टूटी हुई कांच की बोतलें बरामद की हैं। इन बोतलों से पेट्रोल की गंध आ रही थी, जिससे आगजनी की आशंका जताई जा रही है।
सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वालों को सबक सिखाया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि आने वाली पीढ़ियां दंगे भूल जाएंगी। सीएम योगी ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार का रुख स्पष्ट है और कानून तोड़ने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।
अन्य नेताओं ने जताई प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार द्वारा ताकत का इजहार करना उसकी कमजोरी की निशानी होता है। उन्होंने कहा कि सरकारें लाठीचार्ज से नहीं बल्कि सौहार्द और सद्भाव से चलती हैं। उन्होंने बरेली की घटना की निंदा करते हुए शांति बहाल करने पर जोर दिया। विभिन्न राजनीतिक दलों ने इस मामले में अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि आगे की जांच जारी है। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी खुफिया जानकारी के आधार पर शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने दो हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है। प्रशासन का कहना है कि अब शहर में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
