Madhya Pradesh News: अजनर थाना क्षेत्र में एक बैंक कर्मचारी ने धोखाधड़ी की है। एक कैशियर ने ग्राहक के डेढ़ लाख रुपये जमा कराने का प्रयास किया। लेकिन बैंक के सीसीटीवी कैमरों ने उसकी हरकत को कैद कर लिया। फुटेज में वह नोटों को कैलकुलेटर के नीचे छिपाते और अपनी जेब में डालते हुए दिख रहा है।
इस मामले में बैंक प्रबंधन ने तुरंत कार्रवाई की है। कैशियर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उसके खिलाफ आंतरिक जांच शुरू की गई है। पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है।
ग्राहक ने दी थी डेढ़ लाख रुपये की राशि
कस्बाअजनर निवासी जगतराज कुशवाहा ने इसकी शिकायत दर्ज कराई है। वह एक बीज भंडार के स्वामी हैं। उन्होंने मंगलवार दोपहर लगभग दो बजे अपने बेटे और भतीजे को डेढ़ लाख रुपये दिए। यह राशि हमीरपुर डिस्ट्रिक्ट कोआपरेटिव बैंक में जमा कराने के लिए थी।
जगतराज ने रुपये सावधानी से गिनकर दिए थे। उन्होंने सौ रुपये के नोटों की ग्यारह गड्डियां दीं। दो सौ रुपये के नोटों की दो गड्डियां भी दीं। दोनों युवक यह राशि लेकर बैंक की शाखा पहुंचे। उन्होंने सारा पैसा और जमा पर्ची कैशियर मोहित को सौंप दी।
कैशियर ने लगाया नोट कम होने का आरोप
कैशियर नेपैसे मशीन से गिनना शुरू किया। गिनती के बाद उसने दावा किया कि सौ रुपये की एक गड्डी में दस नोट कम हैं। इस पर बैंक में हंगामा शुरू हो गया। बेटे और भतीजे ने कहा कि रुपये पूरे गिनकर लाए हैं। उन्होंने कैशियर से इसकी जांच फिर से करने को कहा।
कैशियर ने ग्राहकों को धमकी भी दी। उसने कहा कि वह उनकी शिकायत दर्ज करा देगा। इस पर दोनों युवकों ने घर जाकर जगतराज को सूचना दी। जगतराज तुरंत बैंक पहुंचे और शाखा प्रबंधक से मिले। प्रबंधक ने मामले को गंभीरता से लिया।
सीसीटीवी फुटेज ने खोला पोल
शाखाप्रबंधक ने तुरंत बैंक के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। फुटेज में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। कैशियर मोहित नोटों को कैलकुलेटर के नीचे छिपा रहा था। इसके बाद वह उन नोटों को चुपके से अपनी जेब में डाल रहा था। यह क्रिया उसने कई बार दोहराई।
फुटेज स्पष्ट रूप से कैशियर की गलत हरकत दिखा रहा था। यह सब कुछ बैंक काउंटर पर ही हो रहा था। जगतराज ने फुटेज देखकर तुरंत उच्च अधिकारियों को सूचना दी। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है।
पहले भी दो बार हुई थी ऐसी घटना
जगतराज कुशवाहाने बताया कि यह कैशियर पहले भी ऐसा कर चुका है। पिछली दो बार जब उन्होंने राशि जमा कराई थी तब भी नोट कम बताए गए थे। एक बार सात सौ रुपये और दूसरी बार पंद्रह सौ रुपये कम बताए गए थे। लेकिन उस समय उन्हें सीसीटीवी की जानकारी नहीं थी।
इस बार उन्होंने सीसीटीवी फुटेज देखने का अनुरोध किया। फुटेज ने कैशियर की पोल खोल दी। जगतराज ने कहा कि अगर इस बार सीसीटीवी नहीं देखा गया होता तो कैशियर बच गया होता। उन्होंने अन्य ग्राहकों को भी सतर्क रहने की सलाह दी।
बैंक प्रबंधन ने की तत्काल कार्रवाई
बैंक केमहाप्रबंधक श्रीराम ने इस मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मामला उनकी जानकारी में आया था। उन्होंने तुरंत कैशियर मोहित को निलंबित करने का आदेश दिया। कैशियर के खिलाफ आंतरिक जांच शुरू की गई है।
महाप्रबंधक ने कहा कि बैंक इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रहा है। ग्राहक के पैसे की सुरक्षा बैंक की सर्वोच्च प्राथमिकता है। दोषी कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इससे अन्य कर्मचारियों के लिए संदेश जाएगा।
कैशियर से संपर्क नहीं, पुलिस जांच जारी
कैशियर मोहित सेसंपर्क स्थापित करने का प्रयास किया गया। लेकिन उसका मोबाइल नंबर स्विच ऑफ बताया जा रहा है। स्थानीय पुलिस भी इस मामले में जांच कर रही है। पुलिस ने बैंक से सीसीटीवी फुटेज की कॉपी मांगी है।
अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बैंक ने ग्राहक जगतराज को उनकी पूरी राशि वापस कर दी है। बैंक प्रबंधन ने ग्राहक से माफी भी मांगी है।
