Himachal News: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में कर्ज न चुकाने वालों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बघाट बैंक ने अपना पैसा वसूलने के लिए शुक्रवार को बैंक नीलामी की प्रक्रिया शुरू की। बैंक ने डिफाल्टरों की चार संपत्तियों को बेचकर 4.50 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह बैंक द्वारा की गई अपनी तरह की पहली नीलामी है। इसमें कुल 13 संपत्तियां बिक्री के लिए रखी गई थीं।
सबसे महंगी संपत्ति 2.2 करोड़ में बिकी
शुक्रवार सुबह 11 बजे ऑनलाइन बैंक नीलामी शुरू हुई। इसमें सबसे महंगी बोली औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के एक प्लॉट के लिए लगी। यह 1.19 बीघा का प्लॉट 2.2 करोड़ रुपये में बिका। सोलन के जटोली में एक पांच मंजिला इमारत 72 लाख रुपये में बिकी। बैंक ने इसकी शुरुआती कीमत 71 लाख रुपये तय की थी।
इसके अलावा सलोगड़ा के हैरिटेज पार्क के पास भी दो प्लॉट बेचे गए। इनमें चार बीघा का प्लॉट एक करोड़ रुपये में बिका। वहीं, दो बीघा का प्लॉट 32.55 लाख रुपये में नीलाम हुआ। बैंक ने सबसे ऊंची बोली लगाने वालों को ये संपत्तियां बेच दीं।
15 दिन में जमा करने होंगे पूरे पैसे
बैंक ने भुगतान के लिए सख्त नियम बनाए हैं। बोली लगाने वालों ने 10 फीसदी राशि पहले ही जमा कर दी थी। अब उन्हें नीलामी के 24 घंटे के भीतर 15 फीसदी और पैसा जमा करना होगा। बाकी बची 75 फीसदी रकम चुकाने के लिए बैंक ने 15 दिन का समय दिया है। पूरा पैसा जमा होने के बाद ही बैंक खरीदारों को संपत्ति के कागज सौंपेगा।
अगले हफ्ते फिर होगी नीलामी
बघाट बैंक के प्रबंध निदेशक राजकुमार कश्यप ने बताया कि शेष 9 संपत्तियों की नीलामी दोबारा होगी। इसकी प्रक्रिया अगले सप्ताह या महीने के अंत तक शुरू की जाएगी। बैंक का एनपीए (NPA) 138 करोड़ से घटकर 124 करोड़ रुपये पर आ गया है। नकद राशि का प्रवाह बढ़ाने के लिए संपत्तियों की नीलामी करना बैंक और ग्राहकों दोनों के लिए जरुरी है।
