Bangladesh News: पड़ोसी मुल्क में हालात बेहद खराब हो गए हैं। वहां जारी बांग्लादेश हिंसा ने एक भयानक रूप ले लिया है। भीड़ ने एक हिंदू युवक की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं, उपद्रवियों ने युवक को सरेआम पेड़ से लटकाकर आग के हवाले कर दिया। यह घटना छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद भड़की आगजनी के दौरान हुई। पुलिस प्रशासन पूरी तरह लाचार नजर आ रहा है।
दीपू चंद्र दास के साथ क्या हुआ?
मृतक हिंदू युवक की पहचान दीपू चंद्र दास के रूप में हुई है। वह महज 30 साल का था। दीपू मैमनसिंह जिले के भालुका में रहता था। वह एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करता था। खबरों के मुताबिक, भीड़ ने उस पर पैगंबर के अपमान का आरोप लगाया। इस बांग्लादेश हिंसा के दौरान उसे घर से खींचकर पीटा गया। सोशल मीडिया पर इसके कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। वीडियो में लोग उसे पेड़ पर टांगकर जलाते दिख रहे हैं।
शरीफ उस्मान हादी की हत्या से भड़की आग
इस ताज़ा बांग्लादेश हिंसा की मुख्य वजह शरीफ उस्मान हादी की मौत है। हादी पिछले साल हुए आंदोलन का बड़ा चेहरा था। वह भारत विरोधी माना जाता था। उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद उसके समर्थकों ने ढाका और चटगांव में कोहराम मचा दिया। जगह-जगह आगजनी और तोड़फोड़ की गई। इसी दौरान कट्टरपंथियों ने हिंदू युवक को निशाना बनाया। मौके पर पुलिस का कोई नामो-निशान नहीं था।
यूनुस सरकार ने क्या कहा?
मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार सवालों के घेरे में है। सरकार ने केवल घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि नए बांग्लादेश में ऐसी हिंसा की कोई जगह नहीं है। प्रशासन ने दोषियों को सजा देने का वादा किया है। सरकार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। हालांकि, हिंदू समुदाय खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। बांग्लादेश हिंसा को रोकने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। आलोचकों का कहना है कि सरकार सिर्फ बयानबाजी कर रही है।
