Bangladesh News: Bangladesh की राजनीति में एक बार फिर बड़ा धमाका होने वाला है. देश में जारी हिंसा और अस्थिरता के बीच एक अहम खबर सामने आई है. पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान वतन वापस लौट रहे हैं. वह 17 साल के लंबे निर्वासन के बाद 25 दिसंबर 2025 को ढाका कदम रखेंगे. उनकी वापसी से Bangladesh की सियासत में भूचाल आना तय माना जा रहा है. यह खबर जहां बीएनपी समर्थकों के लिए खुशी की लहर है, वहीं अंतरिम सरकार की नींद उड़ गई है.
‘क्राउन प्रिंस’ की एंट्री से खलबली
तारिक रहमान को Bangladesh की राजनीति का ‘क्राउन प्रिंस’ कहा जाता है. वह देश के संस्थापक जियाउर रहमान और पूर्व पीएम खालिदा जिया के बड़े बेटे हैं. साल 2000 के दशक में वह पार्टी का सबसे मजबूत चेहरा बनकर उभरे थे. उन्हें खालिदा जिया का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता है. युवा कार्यकर्ताओं के बीच उनकी जबरदस्त पकड़ है. उनकी वापसी से Bangladesh में चुनावी समीकरण पूरी तरह बदल सकते हैं.
जेल, जुल्म और 17 साल का वनवास
तारिक का राजनीतिक सफर आसान नहीं रहा है. साल 2007 में Bangladesh की अस्थिर राजनीति ने उन्हें बड़ा झटका दिया था. भ्रष्टाचार के आरोपों में उन्हें गिरफ्तार किया गया. वह करीब 18 महीने तक जेल में रहे. रिहाई के बाद 3 सितंबर 2008 को वह परिवार के साथ ब्रिटेन चले गए. उन्होंने लंदन से ही पार्टी की कमान संभाली. अब ग्रेनेड हमले जैसे मामलों से बरी होने के बाद उनका रास्ता साफ हो गया है.
यूनुस सरकार और जमात का ‘सत्यनाश’ तय?
तारिक रहमान की वापसी मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के लिए खतरे की घंटी है. यूनुस सरकार पर बिना जनादेश के विदेश नीति चलाने का आरोप है. जमात-ए-इस्लामी भी इस वापसी से डरी हुई है. जमात चुनाव में देरी चाहती है ताकि वह खुद को मजबूत कर सके. लेकिन तारिक की मौजूदगी से बीएनपी का पलड़ा भारी हो जाएगा. विश्लेषकों का मानना है कि यह यूनुस और जमात के मंसूबों पर पानी फेर सकता है.
‘बांग्लादेश फर्स्ट’ की नई नीति
तारिक रहमान ने अपनी विदेश नीति साफ कर दी है. उनका नारा है “न दिल्ली, न पिंडी, Bangladesh सबसे पहले”. यह यूनुस के पाकिस्तान प्रेम और हसीना के भारत झुकाव से बिल्कुल अलग है. वह खुद को लोकतंत्र का रक्षक बताते हैं. फरवरी 2026 में चुनाव होने हैं. शेख हसीना की पार्टी पर बैन के बाद बीएनपी की जीत पक्की मानी जा रही है. ऐसे में तारिक रहमान देश के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं.
हिंसा के बीच हो रही है वापसी
Bangladesh अभी हिंसा की आग में जल रहा है. मीडिया पर हमले हो रहे हैं. हाल ही में शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद माहौल तनावपूर्ण है. कई लोग तारिक की वापसी को सुरक्षा के लिए जोखिम बता रहे हैं. लेकिन बीएनपी ने उनके भव्य स्वागत की तैयारी कर ली है. बोगुरा-6 सीट से उनके चुनाव लड़ने की चर्चा भी जोरों पर है. अब देखना होगा कि 25 दिसंबर को ढाका में क्या माहौल बनता है.
