Dhaka News: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई है। डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा है। उनकी हालत में फिलहाल कोई सुधार नहीं दिख रहा है। इस बीच, उनके इलाज के लिए एक विदेशी मेडिकल टीम सोमवार को ढाका पहुंच गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके स्वास्थ्य पर चिंता जताई है और जल्द ठीक होने की दुआ की है।
विदेशी डॉक्टरों ने संभाला मोर्चा
सोमवार दोपहर को पांच विदेशी डॉक्टरों की एक टीम एवरकेयर अस्पताल पहुंची। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस टीम में ज्यादातर डॉक्टर चीन से आए हैं। ये विदेशी डॉक्टर पहले से इलाज कर रहे स्थानीय विशेषज्ञों के साथ चर्चा करेंगे। मेडिकल बोर्ड ने जिया की गंभीर हालत को देखते हुए इन विशेषज्ञों की राय मांगी है। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि टीम दोपहर करीब 3 बजे अस्पताल पहुंची थी।
किडनी में गंभीर संक्रमण
मेडिकल बोर्ड ने बताया कि पूर्व पीएम की किडनी सही तरीके से काम नहीं कर रही हैं। बीएनपी के उपाध्यक्ष अहमद आजम खान ने पुष्टि की है कि बेगम जिया की स्थिति क्रिटिकल है। उन्हें रविवार रात से ही वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था। डॉक्टर लगातार उनकी निगरानी कर रहे हैं। फिलहाल उनकी जान बचाना ही डॉक्टरों की पहली प्राथमिकता है।
विदेश ले जाना अभी मुश्किल
डॉक्टर उन्हें बेहतर इलाज के लिए ब्रिटेन भेजना चाहते थे। अगर ब्रिटेन मुमकिन नहीं हुआ, तो सिंगापुर का विकल्प भी रखा गया था। लेकिन, डॉक्टरों ने साफ कर दिया है कि बांग्लादेश की पूर्व पीएम अभी सफर करने की हालत में नहीं हैं। जब तक उनकी हालत स्थिर नहीं होती, उन्हें एयर एंबुलेंस से भी कहीं ले जाना खतरे से खाली नहीं होगा।
लंबे समय से बीमार हैं जिया
80 वर्षीय खालिदा जिया कई पुरानी बीमारियों का सामना कर रही हैं। उन्हें लिवर सिरोसिस, दिल की बीमारी, डायबिटीज और आर्थराइटिस जैसी समस्याएं हैं। अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स और लंदन क्लिनिक के डॉक्टर भी उनके इलाज में मदद कर रहे हैं। वह इस साल की शुरुआत में इलाज के लिए 117 दिन विदेश में रही थीं।
