Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के बालाघाट में कांग्रेस ने किसान क्रांति यात्रा निकाली। इस दौरान पार्टी ने भाजपा सरकार पर किसानों से किए वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाया। बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे ने भाजपा जिलाध्यक्ष रामकिशोर कावरे पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कावरे के राजनीतिक करियर और संपत्ति पर सवाल उठाए।
आंबेडकर चौक पर हुए कार्यक्रम में अनुभा मुंजारे ने तीखे हमले किए। यह घटना तब सामने आई जब सितंबर में कावरे ने उन पर आरोप लगाए थे। अनुभा ने कहा कि कावरे से पूछो पच्चीस साल पहले उनकी क्या औकात थी। उन्होंने कावरे के राजनीतिक सफर पर विस्तार से बात की।
व्यक्तिगत आरोपों का दौर
अनुभा मुंजारे ने राम किशोर कावरे पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कावरे पहले बीडीसी बने और फिर जनपद अध्यक्ष बने। अनुभा ने कहा कि कावरे के दूध के दांत नहीं टूटे थे तब उनके पति राजनीति कर रहे थे। उन्होंने दोनों के राजनीतिक अनुभव की तुलना की।
अनुभा ने कावरे की संपत्ति पर सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि कावरे ने बघोली में आठ करोड़ रुपये का घर बनाया है। टेकाड़ी में पंद्रह करोड़ रुपये की राइस मिल स्थापित की है। मांझापुरटोला में तीस करोड़ रुपये का ऊष्णा प्लांट बन रहा है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि पर सवाल
कांग्रेस विधायक ने कावरे के पिछले व्यवसायों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कावरे कच्ची शराब बेचते थे और साइकिल में हवा भरते थे। अनुभा ने आरोप लगाया कि कावरे पैसे देकर भाजपा का जिलाध्यक्ष बना। उन्होंने इस प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए।
अनुभा मुंजारे ने कहा कि कावरे की राजनीति दो हज़ार आठ में शुरू हुई थी। इसके बाद वह करोड़ों के मालिक बन गए। उन्होंने कावरे की संपत्ति में हुई वृद्धि पर आश्चर्य जताया। उनके अनुसार यह वृद्धि संदेहास्पद है।
अन्य नेताओं पर हमला
अनुभा मुंजारे ने पूर्व मंत्री गौरी शंकर बिसेन और उनकी पुत्री पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि उनसे टकराने की जुर्रत नहीं करनी चाहिए। इससे राजनीतिक तनाव और बढ़ गया है। विधायक ने भाजपा नेताओं को सीधी चुनौती दी है।
किसान क्रांति यात्रा में कांग्रेस नेता जमकर भाजपा पर बोले। उन्होंने किसानों से किए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया। विधानसभा चुनाव से पहले यह राजनीतिक माहौल और गर्म हो गया है। दोनों पार्टियों के बीच verbal war तेज हो गई है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घटना ने स्थानीय राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। भाजपा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। राजनीतिक विश्लेषक इस विकास को गंभीरता से देख रहे हैं। चुनावी माहौल में ऐसे आरोप-प्रत्यारोप common हैं।
स्थानीय लोग इस राजनीतिक विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह चुनावी रणनीति का हिस्सा है। अनुभा मुंजारे के बयानों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। आने वाले दिनों में और प्रतिक्रियाएं आने की संभावना है।
