Himachal News: बद्दी के ठाना औद्योगिक क्षेत्र स्थित नेप्चून फार्मा कारखाने में शनिवार को भीषण आग लग गई। यह घटना दोपहर करीब दो बजकर पचपन मिनट पर हुई। आग इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में फैक्ट्री की दूसरी और तीसरी मंजिल पूरी तरह जल गई। लाखों रुपये की मशीनरी और दवाएं नष्ट हो गईं।
दमकल विभाग को सूचना मिलते ही चार फायर टेंडर मौके पर पहुंचे। आग की भीषणता देखकर नालागढ़ से दो अतिरिक्त टेंडर बुलाए गए। करीब चार घंटे के संघर्ष के बाद आग पर काबू पाया जा सका। सौभाग्य से इस हादसे में किसी की मौत नहीं हुई।
आग लगने की घटना
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग की शुरुआत तीसरी मंजिल से हुई। तेज धमाके के साथ आग फैलनी शुरू हो गई। देखते ही देखते पूरी इमारत लपटों में घिर गई। धुएं का घना गुबार कई किलोमीटर दूर तक दिखाई दिया। आसपास के कारखानों में काम कर रहे लोगों ने मौके पर पहुंचकर मदद की।
फायर अफसर हेमराज और लीडिंग फायरमैन पवन ने राहत अभियान का नेतृत्व किया। उन्होंने बताया कि आग बुझाने के बाद भी फैक्ट्री सुलग रही थी। देर शाम तक नुकसान का सही अनुमान नहीं लगाया जा सका। प्रारंभिक आंकलन में लाखों रुपये के नुकसान की आशंका जताई गई।
दमकल की कार्रवाई
दमकल विभाग को दोपहर करीब तीन बजे आग लगने की सूचना मिली। फायर अफसर हेमराज की अगुवाई में चार फायर टेंडर तुरंत मौके पर पहुंचे। आग की तीव्रता देखकर नालागढ़ से अतिरिक्त सहायता मंगवाई गई। छह फायर टेंडर ने मिलकर आग पर काबू पाया।
दमकल कर्मियों ने लगातार चार घंटे तक काम किया। उन्होंने आग को तीसरी मंजिल तक सीमित रखने में सफलता पाई। आसपास के अन्य उद्योगों को भी सुरक्षित बचाया गया। दमकल टीम की कार्यक्षमता ने बड़े नुकसान को रोकने में मदद की।
आर्थिक नुकसान
इस आग में फैक्ट्री की मशीनरी पूरी तरह नष्ट हो गई। कच्चा माल और तैयार दवाएं जलकर खाक हो गईं। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक लाखों रुपये की संपत्ति नष्ट हुई है। बीमा कंपनी के अधिकारी नुकसान का आंकलन कर रहे हैं।
नेप्चून फार्मा कंपनी दवा निर्माण का कार्य करती थी। इस घटना से कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया है। कर्मचारियों के रोजगार पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
पुलिस की जांच
एएसपी बद्दी अशोक वर्मा ने बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों में सहयोग दिया। आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को संभावित कारण माना जा रहा है। विस्तृत जांच रिपोर्ट का इंतजार है।
पुलिस ने फैक्ट्री प्रबंधन से सभी जरूरी दस्तावेज मांगे हैं। बिजली विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। वे तारों और विद्युत व्यवस्था की जांच कर रहे हैं। अंतिम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
सुरक्षा उपायों पर सवाल
इस घटना ने औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। फैक्ट्री में अग्निशमन उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। आग बुझाने में देरी के कारण नुकसान बढ़ गया। औद्योगिक इकाइयों को सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करना चाहिए।
स्थानीय उद्योगपति इस घटना से चिंतित हैं। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्रों में बेहतर अग्निशमन व्यवस्था की मांग की है। प्रशासन ने सभी उद्योगों में सुरक्षा निरीक्षण करने का फैसला किया है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय किए जाएंगे।
