Himachal News: हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध औद्योगिक क्षेत्र बद्दी-नालागढ़ में सोमवार तड़के एक बंद पड़े उद्योग में भीषण आग लग गई। यह घटना झाड़माजरी इलाके में स्थित श्री राधे इंडस्ट्री में लगभग दो बजे रात के समय घटित हुई। स्थानीय निवासियों ने देर रात उठते धुएं को देखकर फायर विभाग को सूचना दी।
फायर विभाग को सूचना मिलने में देरी हुई और उन्हें करीब ढाई बजे इस आग की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही बद्दी फायर कार्यालय से चार फायर टेंडर गाड़ियां तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुईं। दमकल कर्मियों ने पहुंचते ही आग बुझाने का अभियान शुरू कर दिया।
बंद उद्योग में कोई जनहानि नहीं
फायर विभाग टीम के प्रभारी हेमराज सिंह ने बताया कि यह उद्योग लंबे समय से पूरी तरह बंद पड़ा था। आग लगने के समय परिसर के अंदर कोई भी कर्मचारी या व्यक्ति मौजूद नहीं था। इस वजह से इस घटना में किसी प्रकार की जानमाल की हानि नहीं हुई है। यह इस दुर्घटना में एकमात्र राहत की बात रही।
आग इतनी तीव्र थी कि उद्योग भवन के अंदर रखी मशीनरी, कार्यालयीन रिकॉर्ड, महत्वपूर्ण फाइलें और अन्य सामग्री पल भर में जलकर खाक हो गईं। आग की तीव्रता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मशीनें भी बच नहीं पाईं।
तीन घंटे तक चली बुझाने की कार्रवाई
दमकल कर्मचारियों ने लगभग तीन घंटे तक लगातार मशक्कत की। उन्होंने सुबह करीब पांच बजे आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। इसके बाद फायर टीम सुरक्षित रूप से वापस लौट गई। दमकल टीम की कड़ी मेहनत से आसपास के भवनों को भी आग की चपेट में आने से बचाया जा सका।
शुरुआती जांच में आग लगने के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल पाया है। फायर विभाग की टीम ने अनुमान जताया है कि शॉर्ट सर्किट या किसी तकनीकी खामी के कारण ऐसी भीषण आग भड़क सकती है। विभाग इस मामले की विस्तृत जांच कर रहा है।
लाखों रुपये का हुआ नुकसान
इस आग में उद्योग को लाखों रुपये का भारी नुकसान हुआ है। मशीनों के अलावा सभी दस्तावेज और रिकॉर्ड नष्ट हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन और फायर विभाग ने आग लगने के सही कारणों की जांच शुरू कर दी है। अधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण कर चुके हैं।
बद्दी-नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र में यह पहली बार नहीं है जब किसी बंद उद्योग में आग लगी हो। इस प्रकार की घटनाएं सुरक्षा मानकों के पालन पर सवाल खड़ा करती हैं। अधिकारी इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।
