World News: भविष्य को लेकर मानवीय उत्सुकता सदैव बनी रहती है। प्रसिद्ध बल्गेरियाई रहस्यवादी बाबा वंगा की भविष्यवाणियाँ दुनिया भर में चर्चा का विषय हैं। उन्होंने वर्ष 2026 के लिए एक भयावह भविष्यवाणी की है। इसके अनुसार उस वर्ष तृतीय विश्व युद्ध की शुरुआत हो सकती है। यह संघर्ष वैश्विक शक्तियों के बीच बढ़ते तनाव का परिणाम बताया जा रहा है।
बाबा वंगा का असली नाम वांगेलिया पांडेवा दिमित्रोवा था। उनका जन्म 1911 में वर्तमान उत्तरी मैसेडोनिया में हुआ था। बारह वर्ष की आयु में एक भीषण बवंडर की चपेट में आने के बाद उनकी आँखों की रोशनी चली गई थी। मान्यता है कि इसी घटना के बाद उनमें अलौकिक शक्तियाँ जागृत हुईं। वह भविष्य देखने और लोगों का उपचार करने में सक्षम हो गईं।
तीस वर्ष की उम्र तक बाबा वंगा की ख्याति दूर-दूर तक फैल गई। उनसे मिलने और सलाह लेने वालों में आम जनता के साथ-साथ उच्चस्तरीय लोग भी शामिल थे। बुल्गारिया के तत्कालीन राजा बोरिस तृतीय और सोवियत नेता लियोनिद ब्रेझनेव जैसे दिग्गज भी उनके पास आते थे। 1996 में 84 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
उनकी भविष्यवाणियों को लेकर मान्यता है कि वे अक्सर सही साबित हुई हैं। समर्थकों का दावा है कि उन्होंने अमेरिका में 11 सितंबर 2001 के हमलों का सही अनुमान लगाया था। साथ ही साल 2022 में ब्रिटेन में आई विनाशकारी बाढ़ की भी उन्होंने पूर्व सूचना दे दी थी। इन सटीक भविष्यवाणियों के कारण लोग उनकी बातों को गंभीरता से लेते हैं।
2026 की भयावह भविष्यवाणी
बाबा वंगा की सबसे चर्चित और चिंताजनक भविष्यवाणी वर्ष 2026 को लेकर है। कहा जाता है कि उन्होंने इस साल तृतीय विश्व युद्ध के छिड़ने की आशंका जताई थी। उनके अनुसार विश्व की बड़ी शक्तियों के बीच तनाव चरम पर पहुँच जाएगा। यह टकराव एक वैश्विक संघर्ष का रूप ले लेगा।
इस संभावित युद्ध की पृष्ठभूमि में चीन द्वारा ताइवान पर कब्ज़े की कोशिश एक प्रमुख कारण बताया गया है। इस कार्यवाही से क्षेत्र में तनाव बढ़ेगा। इसके परिणामस्वरूप रूस और अमेरिका के बीच सीधा टकराव हो सकता है। दो महाशक्तियों के बीच यह संघर्ष ही विश्व युद्ध का कारण बनेगा।
भविष्यवाणियों की सच्चाई
बाबा वंगा को अक्सर ‘बाल्कन का नास्त्रेदमस’ कहा जाता है। उनकी भविष्यवाणियों की सटीकता को लेकर विवाद भी रहा है। कई लोग उनकी भविष्यवक्ता की छवि पर सवाल उठाते हैं। उनका मानना है कि उनकी अधिकतर भविष्यवाणियाँ अस्पष्ट हैं और बाद में उनकी व्याख्या की जाती है।
हालाँकि, उनके समर्थकों की संख्या दुनिया भर में काफी है। इंटरनेट और सोशल मीडिया पर उनकी भविष्यवाणियाँ खूब वायरल होती हैं। लोगों की भविष्य को जानने की इच्छा इन भविष्यवाणियों को लोकप्रिय बनाती है। यही कारण है कि 2026 को लेकर की गई उनकी भविष्यवाणी इतनी चर्चा में है।
बाबा वंगा की मृत्यु के बाद भी उनकी विरासत जीवित है। बुल्गारिया के पेट्रिच शहर में उनका घर अब एक संग्रहालय में तब्दील हो गया है। यह स्थान पर्यटकों और उनके अनुयायियों के लिए एक तीर्थ स्थान बन गया है। लोग यहाँ आकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
वर्तमान वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए बाबा वंगा की 2026 की भविष्यवाणी और अधिक प्रासंगिक लगती है। दुनिया के कई हिस्सों में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ रहे हैं। महाशक्तियों के बीच प्रतिस्पर्धा और टकराव के संकेत मिल रहे हैं। ऐसे में यह भविष्यवाणी चिंता का विषय बनी हुई है।
भविष्यवाणियाँ चाहे जो कहें, वास्तविकता यह है कि भविष्य अनिश्चित है। मानवता के पास शांति और सहयोग के रास्ते चुनने का विकल्प हमेशा मौजूद है। अंततः विश्व शांति की दिशा में किए गए प्रयास ही भविष्य का निर्धारण करेंगे। बाबा वंगा की भविष्यवाणी एक चेतावनी के रूप में देखी जा सकती है।
