Himachal News: हिमाचल में आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक उम्र के मरीजों को इलाज में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हिमकेयर योजना की मान्यता खत्म होने से बुजुर्ग केवल इस योजना पर निर्भर हैं। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजी ऑपरेशन और कैंसर की दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। दस महीनों से 30 करोड़ रुपये की पेंडेंसी के कारण मरीजों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।
आयुष्मान योजना की बंद सुविधाएं
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान भारत योजना के तहत बड़े ऑपरेशन और दवाएं अक्टूबर 2024 से बंद हैं। सरकार ने तब से कोई भुगतान नहीं किया। इससे मरीजों को निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है, जहां इलाज का खर्च अधिक है। केंद्र सरकार की इस योजना में गरीब मरीजों को 5 लाख तक मुफ्त इलाज मिलता है, लेकिन सुविधाओं की कमी से सैकड़ों लोग वंचित हैं।
बुजुर्गों पर हिमकेयर की समाप्ति का असर
हिमाचल सरकार ने 70 वर्ष से अधिक उम्र वालों के लिए हिमकेयर योजना बंद कर दी है। अब उन्हें केवल आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलेगा। इस उम्र में हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियां आम हैं। बुजुर्गों को डायलिसिस, कीमोथेरेपी और ऑपरेशन जैसी सेवाओं के लिए सरकारी योजनाओं पर निर्भर रहना पड़ता है। योजना की असमंजसता से मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं लेने में परेशानी हो रही है।
मरीजों की बढ़ती परेशानियां
आयुष्मान भारत योजना की सुविधाओं में कमी से मरीजों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है। भारी खर्च के कारण कई बुजुर्ग इलाज से वंचित रह रहे हैं। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में पेंडेंसी के कारण सुविधाएं बंद हैं। आयुष्मान भारत की वेबसाइट पर योजना की जानकारी उपलब्ध है, लेकिन धरातल पर मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा। सरकार से जल्द समाधान की मांग हो रही है।
