India News: एक्सिस बैंक ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए। अप्रैल-जून तिमाही में बैंक का शुद्ध मुनाफा 3.8% गिरकर 5,806.14 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 6,034.64 करोड़ रुपये था। हालांकि, ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 14% की बढ़ोतरी देखी गई, जो निवेशकों और ग्राहकों के लिए सकारात्मक संकेत है। यह प्रदर्शन बैंक की मजबूत नींव और चुनौतियों के बीच स्थिरता को दर्शाता है।
शुद्ध मुनाफा और नेट इंटरेस्ट इनकम
जून 2025 तिमाही में एक्सिस बैंक का शुद्ध मुनाफा उम्मीदों से कम रहा। विश्लेषकों ने 6,350 करोड़ रुपये के लाभ का अनुमान लगाया था, लेकिन यह 5,806.14 करोड़ रुपये पर सिमट गया। नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में साल-दर-साल 0.8% की मामूली वृद्धि हुई और यह 13,560 करोड़ रुपये रही। तिमाही-दर-तिमाही आधार पर NII में 2% की गिरावट दर्ज की गई। नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) भी 3.80% रहा, जो पिछले साल की तुलना में 4.05% से कम है।
ऑपरेटिंग प्रॉफिट में उछाल
बैंक ने परिचालन स्तर पर मजबूत प्रदर्शन किया। ऑपरेटिंग प्रॉफिट साल-दर-साल 14% बढ़कर 11,515 करोड़ रुपये हो गया। कोर ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 5% की वृद्धि हुई और यह 10,095 करोड़ रुपये रहा। परिचालन लागत में केवल 2% की बढ़ोतरी हुई, जो बैंक की लागत नियंत्रण रणनीति को दर्शाता है। यह वृद्धि छोटे व्यवसायों और ग्राहकों के लिए बैंक की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
लोन और डिपॉजिट में स्थिर वृद्धि
एक्सिस बैंक ने लोन बिजनेस में अच्छा प्रदर्शन किया। छोटे व्यवसाय बैंकिंग, SME और मध्यम-कॉर्पोरेट लोन कुल मिलाकर 2,472 अरब रुपये रहे, जो कुल लोन का 23% है। SME लोन में साल-दर-साल 16% और तिमाही-दर-तिमाही 2% की वृद्धि हुई। कॉर्पोरेट लोन में 9% की सालाना और 6% की तिमाही वृद्धि दर्ज की गई। कुल डिपॉजिट 9% बढ़कर 11.61 लाख करोड़ रुपये हो गए, जिसमें CASA डिपॉजिट 40% रहे।
एसेट क्वालिटी पर दबाव
बैंक की एसेट क्वालिटी में मामूली गिरावट देखी गई। ग्रॉस NPA जून 2025 के अंत में 1.57% रहा, जो मार्च 2025 में 1.28% था। नेट NPA भी 0.33% से बढ़कर 0.45% हो गया। प्रावधान और आकस्मिकताएं 3,947 करोड़ रुपये रहीं, जो पिछले साल की तुलना में दोगुनी हैं। यह बढ़ोतरी सतर्कता और जोखिम प्रबंधन की ओर इशारा करती है।
