Sports News: एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए उच्च वोल्टेज मुकाबले में एक नया विवाद शुरू हो गया है। पाकिस्तानी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान ने अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद एक विवादास्पद तरीके से जश्न मनाया। उन्होंने अपनी बैट को एक बंदूक की तरह पकड़कर गोली चलाने का इशारा किया। इस कृत्य को भारतीय राजनेताओं ने भारत विरोधी कार्यवाही करार दिया है।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख नेताओं ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रियंका चतुर्वेदी और संजय राउत ने इस सेलिब्रेशन की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे देश विरोधी भावनाओं से प्रेरित बताया है। उन्होंने बीसीसीआई और केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा कर अपना गुस्सा जताया। उन्होंने लिखा कि यह जश्न पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की हत्या की याद दिलाता है। उन्होंने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंध बनाए रखने पर सवाल उठाए। उनका मानना है कि ऐसे देश को मंच देना शर्मनाक है।
संजय राउत ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील राजनीतिक रिश्तों के बीच ऐसा व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। विपक्षी दल लगातार पाकिसतान के साथ खेले जाने वाले मैचों का विरोध करते आए हैं। यह घटना उनकी चिंताओं को और बढ़ाने वाली साबित हुई है।
बीसीसीआई या एशियन क्रिकेट काउंसिल ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। सोशल मीडिया पर यह विषय तेजी से वायरल हो रहा है। कई क्रिकेट प्रशंसकों और विश्लेषकों ने फरहान के इस कदम को अनुचित और उकसाने वाला बताया है।
कुछ लोगों का मानना है कि खेल के मैदान में इस तरह के प्रदर्शन की कोई जगह नहीं है। उनका कहना है कि खेल भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा देने का माध्यम होना चाहिए। इस घटना ने एक बार फिर दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मैच के दौरान हुई इस घटना ने खेल के परिणाम से ज्यादा ध्यान अपनी ओर खींचा है। अब देखना यह है कि क्रिकेट की संचालन समितियां इस मामले में कोई कार्रवाई करती हैं या नहीं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस तरह के विवादों पर अक्सर सख्त रुख अपनाया जाता है।
फरहान के इस कृत्य ने एक बड़े राजनीतिक और सामाजिक बहस को जन्म दे दिया है। यह घटना दर्शाती है कि खेल अक्सर राजनीति और इतिहास के जटिल संबंधों से अलग नहीं होते। भविष्य में ऐसे मैचों में और भी संयम बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है।
