Una News: अश्विन नवरात्रि के पावन अवसर पर माता चिंतपूर्णी मंदिर को देसी और विदेशी फूलों से भव्य तरीके से सजाया गया है। एक श्रद्धालु द्वारा करवाई गई इस सजावट ने मंदिर परिसर के सौंदर्य में चार चांद लगा दिए हैं। प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए व्यापक तैयारियां की हैं और मंदिर के कपाट सुबह 4 बजे से खुलेंगे।
मंदिर इस बार 24 घंटे खुला रहेगा ताकि अधिक से अधिक भक्तों को दर्शन का अवसर मिल सके। सामान्य दर्शन के लिए अब दर्शन पर्ची की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि, सुगम दर्शन सुविधा का लाभ उठाने के इच्छुक भक्तों को शुल्क का भुगतान करना होगा।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पूरे मेला क्षेत्र को चार सेक्टरों में बांटा गया है। प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस बल की योजनाबद्ध तैनाती की गई है। हथियारों और प्लास्टिक की वस्तुओं पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
लाउडस्पीकर के उपयोग की अनुमति केवल मंदिर प्रशासन के पास होगी। किसी भी अन्य संस्था या व्यक्ति को इसका इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं है। इस कदम का उद्देश्य शांति और व्यवस्था बनाए रखना है।
वाहन प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है। पार्किंग को सुव्यवस्थित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस कर्मी और स्वयंसेवक तैनात किए गए हैं। नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लंगर आयोजित करने वाली संस्थाओं के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बिना अनुमति के कोई भी संस्था लंगर नहीं चला सकेगी। अनुमति के लिए संस्था को दस हजार रुपये धरोहर और दस हजार रुपये लंगर शुल्क जमा करना अनिवार्य होगा।
मंदिर न्यास और जिला प्रशासन ने मिलकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। उनका लक्ष्य है कि हर श्रद्धालु को दर्शन करने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। सभी भक्तों से सहयोग की अपेक्षा की गई है।
